20 से अधिक गांव के रहवासियों को मिलेगी राहत
लवकुशनगर में राजस्व और वनविभाग की सीमाक्षेत्र में उलझे गांवों की फाइलों को एसडीएम देवेंद्र चौधरी ने खुलवा दी हैं। किस गांव में क्या हालात हैं इसे लेकर तहसील कार्यालय में आरआई पटवारियों के साथ बीते दिनों बैठक कर समस्या समाधान की रणनीति बनाई गई है। 20 से अधिक गांवों में राजस्व व वन विभाग के बीच सीमा क्षेत्र को लेकर बीते 59 वर्षों से विवाद चला आ रहा है राजस्व व वन विभाग सीमा क्षेत्र को लेकर 1965 के मामले पेंडिंग फाइलें तैयार हुई पर सारे मामलों का निराकरण नही हो सका। ऐसी सभी फाइलों को एक बार फिर से तलब किया गया है। सरकार के निर्देश के बाद लवकुशनगर एसडीएम देवेंद्र चौधरी ने विशेष पहल शुरू की है। राजस्व अनुविभाग के झूमरहार, गुढ़ाकला, सिलपतपुरा, लक्ष्मनपुरा, केशरीपुरा, हड़ुआ, कटहरा, प्रतापपुरा, भितारिया, पिपरी, सिध्दपुर, बम्होरी पुरवा सहित अन्य गांव शामिल है इन गांवों के ज्यादातर ग्रामीण सीमा विवाद को लेकर खेती नही कर पा रहे है।
प्राकृतिक सीमा से सुलझेंगे विवाद
वन और राजस्व विभागों के बीच बने सीमा क्षेत्र के विवाद को सुलझाने राजस्व विभाग प्राकृतिक सीमा क्षेत्र जैसे पहाड़ व नदियों को सीमा क्षेत्र मानकर विवाद को सुलझाएंगे। शासन से निर्देश प्राप्त हुए है कि वन विभाग व राजस्व सीमा को लेकर विवाद निराकरण करने है, इसलिए अब प्राकृतिक सीमा के आधार पर नाप करके विवाद सुझलाने का रास्ता निकाला गया है।
इनका कहना है
राजस्व व वन विभाग की सीमा विवाद के मामले शासन के निर्देशानुसार सुलझाए जा रहे हैं। प्रक्रिया शुरू कर दी है, दोनों विभाग की संयुक्त टीमें इस पर काम कर रही हैं।
देवेंद्र चौधरी, एसडीएम, लवकुशनगर