छतरपुर. लवकुशनगर में कलश यात्रा के साथ चार दिवसीय राष्ट्र जागरण 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ की शुरूआत गुरुवार को हुई। गायत्री परिवार से जुड़े लोगों के अलावा बड़ी संख्या में नगर तथा आसपास के क्षेत्र से आये श्रद्धालु सहित तमाम प्रतिनिधि कलश यात्रा में शामिल हुए। कलश यात्रा का आरंभ पुराने बाजार बरानिया मुहाल स्थित रामजानकी मंदिर से होते हुए महोबा मार्ग स्थित गायत्री मंदिर में संपन्न हुई। इस दौरान विहिप बंजरंग दल ने फूल बरसाए। कलश यात्रा में बड़ी संख्या में बग्घी घोड़े बैंड बाजे आकर्षक झांकिया एवं श्रद्धालु शामिल हुए। 251 महिला एवं युवतियों ने कलश के साथ यज्ञस्थल से पैदल चलकर नगर प्रमुख मार्गों से होते हुए कलश में जल भरकर यज्ञ स्थल पहुंची। यहां धार्मिक मंत्रोच्चार के साथ यज्ञस्थल में कलश की स्थापना की गई। तत्पश्चात महायज्ञ की शुरुआत हुई। इधर महायज्ञ को लेकर यज्ञस्थल को आकर्षक तरीके से सजाया गया है। चार दिवसीय महायज्ञ का सम्पूर्ण कार्यक्रम शांति कुंज हरिद्वार से पधारे मुनिशियो की टोली द्वारा संपन्न कराया जा रहा है। गायत्री परिवार लवकुशनगर के प्रमुख सदस्य राजेश पचौरी ने बताया कि 21 तारीख से 24 तारीख तक महायज्ञ का आयोजन होगा। प्रथम दिवस कलश यात्रा और शाम 6 बजे प्रवचन, द्वितीय दिवस प्रात: 6 बजे ध्यान साधना एवं प्रज्ञा योग 8 बजे देवपूजन एवं गायत्री महायज्ञ, शाम 6 बजे प्रवचन तृतीय दिवस गायत्री महायज्ञ एवं विभिन्न संस्कार एवं शाम 6 बजे दीप महायज्ञ चतुर्थ दिवस पूर्ण आहुति एवं जन्मशताब्दी के न्यूनतम संकल्प। इस बीच रोज रात्रि में 6 बजे संगीत मय प्रवचन का आयोजन होगा। 24 नवम्बर को अन्य धार्मिक कार्यक्रम के साथ महायज्ञ का समापन होगा।