समाज के लोगों ने बताया कि हर साल श्रीयादे माताजी का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाता है। समाज की आराध्या देवी भक्त शिरोमणि श्रीयादे का जन्मोत्सव सजातीय बंधु धूमधाम से मनाते हैं। भक्ति शिरोमणि ने प्रहलाद को हरि नाम का उपदेेश देकर प्रलयकारी राजा हिरण्यकश्यप के प्रकोप से सकल जगत की रक्षा कर कुम्हार समाज का गौरव बढ़ाया।