तमिलनाडु में 1. 1 लाख से ज्यादा लोग अब तक कोरोना महामारी की चपेट में आ चुके हैं जबकि 1500 से अधिक लोगों को जान तक गंवानी पड़ी है। ऐसी स्थिति में भी कुछ लोग सावधानी नहीं बरत रहे हैं, ना ही दिशा-निर्देशों का पालन कर रहे हैं। जिस वजह से महामारी को बढ़ावा मिल रहा है। ऐसा ही एक मामला तमिलनाडु के विल्लुपुरम जिले में सामने आया है।
जिले के वझदवूर में एक 19 वर्षीय गैंगस्टर के अंतिम संस्कार में 500 अधिक लोगशामिल हुए। आपसी रंजिश के चलते पुदुचेरी में उसकी हत्या कर दी गई थी। इस पूरे मामले का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई और 100 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सूत्रों के अनुसार विल्लुपुरम जिले के कंडमंगलम के निकट वझवदूर के कुख्यात बदमाश मुरलीधरन (19) अपने दोस्तों के साथ पुदुचेरी किसी अर्जुन नामक युवक की हत्या करने के इरादे से गया था। उसका और उसके भाई का अर्जुन के साथ आपसी रंजिश थी।
मुरलीधरन और उसके दोस्तों ने अर्जन को पुदुचेरी के पिल्लयाकुप्पम में घेर लिया लेकिन अर्जन किसी तरह अपनी जान बचाकर भाग गया। मुरलीधरन वहां हथियार लहराकर स्थानीय लोगों को धमका रहा था। इसी बीच अर्जन अपने गिरोह के सदस्यों के साथ वहां वापस आया और मुरलीधरन और उसके दोस्तों पर अंधाधुन हमला करने लगा।
मुरलीधरन और चंदू्र की मौके पर मौत हो गई जबकि अन्य वहां से भाग गए। विल्लीयानूर पुलिस मामले की जांच कर रही है। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शव को उनके परिजनों को सौंप दिया। परिजन अंतिम संस्कार के लिए गांव ले गए। मुरलीधरन के अंतिम संस्कार में 500 से अधिक लोग शामिल हुए।
सरकार ने आदेश जारी कर कहा है कि अंतिम संस्कार में 50 से अधिक लोगों के शामिल होने की अनुमति नहीं है।
नाम गुप्त रखने की शर्त पर एक ग्रामीण ने बताया कि शव यात्रा के आगे 100 बाइक चले और पैदल 200 लोग आए। ग्रामीणों का आरोप है कि कंडमंगलम पुलिस वहां मौजूद थी लेकिन उन्होंने नहीं रोका। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही है। पुलिस ने बताया कि पूर्व पंचायत अध्यक्ष सेंथिल समेत वझदवूर के 100 लोगों के खिलाफ धारा 144 का उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है।