गौरतलब है कि जब डीएमके शासनकाल में मेट्रो रेल परियोजना की घोषणा और इस पर कार्य शुरू हुआ था तब से पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने यह तय कर लिया था कि वह राज्य में मोनो रेल सेवा शुरू करेंगी। जबकि विशेषज्ञों की राय में चेन्नई महानगर की दृष्टि से मोनोरेल परियोजना खर्चीली, अपर्याप्त और गैर किफायती होगी।
सत्ता में आने के बाद जयललिता ने सर्वे कराए और हर वर्ष राज्यपाल तथा बजट भाषण में इसका उल्लेख किया गया। २०१६-१७ के बजट में भी मोनो रेल और इसकी रूपरेखा का उल्लेख था। लेकिन इस वर्ष का बजट इस लिहाज से पूरी तरह शांत दिखाई दिया।
विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान डीएमके सदस्य अन्बिल महेश ने वेलचेरी और वंडलूर को जोडऩे वाली मोनो रेल परियोजना की यथास्थिति के बारे में पूछा।
ऊर्जा मंत्री पी. तंगमणि ने कहा मोनो रेल परियोजना को नीतिगत निर्णय के तहत रोक दिया गया है। इसकी वजह जगह का अभाव और मेट्रो रेल परियोजना का विस्तार है।
उल्लेखनीय है कि जयललिता ने २००६-०७ में सबसे पहले मोनो रेल परियोजना को शुरू करने की घोषणा की थी।
निर्मला देवी ने माना मोबाइल में रिकॉर्ड आवाज उनकी
बहुचर्चित मदुरै कामराज विवि सेक्स स्कैंडल में मंगलवार को एक नया मोड़ आया। फॉरेंसिक विभाग में अपने आवाज सैंपल की जांच के दौरान निर्मला देवी ने कथित तौर पर स्वीकार किया है कि सेलफोन पर जो रिकार्डिंग है वह उनकी है।
वहीं फोरेंसिक विभाग ने अपने जांच के आधार पर इस बात की पुष्टि की कि रिकार्डेड आवाज निर्मला देवी की ही है। सहायक प्रोफेसर निर्मला देवी जिन्हें कॉलेज की छात्राओं को विवि के बड़े अधिकारियों के साथ शारीरिक संबंध बनाने के एवज में बेहतर भविष्य का प्रलोभन देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। गत गुरुवार को उनका वॉइस टेस्ट लिया गया था।