नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) 2020 के बाद आईआईटी मद्रास को अब अटल रैंकिंग ऑफ इंस्टीट्यूशन ऑन इनोवेशन अचीवमेंट (आरिया) 2020 में भी पहला स्थान मिला है। यह रैंक सूची उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने मंगलवार को जारी की तथा कृषि क्षेत्र में नवाचार और शोध पर बल दिया।
कोयम्बत्तूर की संस्थान का भी नाम
आरिया में इस साल महिलाओं के लिए अलग से जोड़ी गई विशेष श्रेणी ‘हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूशन एक्सक्लूसिवली फॉर वीमेनÓ में तमिलनाडु और दिल्ली के एक-एक संस्थानों का नाम शामिल है। इसमें पहले स्थान पर तमिलनाडु का अविनाशीलिंगम इंस्टीट्यूट फॉर होम साइंस एंड हायर एजुकेशन फॉर वीमेन और दिल्ली का इंदिरा गांधी टेक्निकल यूनिवर्सिटी फॉर वीमेन है। इंस्टीट्यूट ऑफ नेशनल इंपॉर्टेंस, सेंट्रल यूनिवर्सिटीज़ एंड सीएफटीआईएस की इस सूची में आईआईटी बॉम्बे और आईआईटी दिल्ली दूसरे व तीसरे क्रम पर है। गौरतलब है कि आरिया 2019 रैंकिंग में भी पहला स्थान आईआईटी मद्रास को ही हासिल हुआ था।
नवाचार को बनाएं आंदोलन
रैंकिंग जारी किए जाने के बाद उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कहा, ‘आत्मनिर्भर भारत के लिए इनोवेशन की बहुत ज़्यादा ज़रूरत है इसलिए नवाचार को आंदोलन में तब्दील किए किया जाना चाहिए। इनोवेशन को प्रेरित करने के लिए पिछले साल ये रैंकिंग शुरू की गई थी। कोरोना महामारी के दौरान इनोवेशन की आवश्यकता पर उन्होंने कहा, ‘ऐसी महामारी में भी चमक रहा एकमात्र सेक्टर कृषि है। किसानों की समस्या के समाधान तलाशने के लिए शोधकर्ताओं को नवोन्मेषी प्रयोग करने चाहिए। साथ ही उनकी उपज की पूरी कीमत किसानों को मिले इसे सुनिश्चित करने के लिए बिचौलियों से हो रहे उनके शोषण को भी समाप्त करने की जरूरत है।
विश्वस्तरीय नवाचार है पहचान
आइआइटी मद्रास की इनोवेशन इको सिस्टम की वजह से विश्वस्तरीय पहचान है। परिसर में रिसर्च पार्क के अलावा कई केंद्र है। इनके माध्यम से वल्र्ड क्लास कंपनियों की स्थापना हो चुकी है। हमें इस बात का गौरव है कि लगातार दूसरे वर्ष एआरआइआइए के तहत देश का श्रेष्ठ इनोवेटिव एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन चुना गया है।
प्रो. भास्कर राममूर्ति, निदेशक आइआइटी मद्रास।