स्थापना के बाद से ही चालू होने की राह देख रहे है चारी, अदसड़, मानिकपुर पम्प कैनाल
पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्ल्यू ने डीएम से कहा कि वह चारी, अदसड़ और मानिकपुर पम्प कैनालों के स्थापना के बाद से ही इन पम्प कैनालों को चालू कराने के लिए वो निरंतर प्रयासरत हैं। अपने कार्यकाल 2012 से 2017 के दौरान किसानों की मांग पर उनके हितों को ध्यान में रखते हुए सिंचाई संसाधनों को सुदृढ़ करने की इच्छा व महत्वकांक्षा के साथ इन पम्प कैनालों का स्थापना कराया गया था। लेकिन दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण रहा कि सूबे में सत्ता परिवर्तन के बाद जनहित के वादों के साथ सरकार में लौटी भाजपा किसानों के हित में कुछ भी नहीं कर पायी।
अधूरे पम्प कैनालों का काम पूरा कराने में बीजेपी के जनप्रतिनधि रहे विफल
सूबे में सरकार व सत्ता पक्ष के विधायक, मंत्री और जनप्रतिनिधि पम्प कैनालों का अधूरा काम पूरा करने में विफल रहे हैं। यह सीधे तौर पर धान का कटोरा कहे जाने वाले जनपद चंदौली के किसानों की उपेक्षा है। जिसे किसान अब जान व समझ गयी है । उन्होंने बताया कि जनपद में जितने भी जिलाधिकारी आते हैं उन सभी के समक्ष पम्प नालों से जुड़े मुद्दे को उठाता आ रहा हूं। इसी मामले में गुरुवार को एक बार फिर चंदौली के डीएम निखिल टीकाराम फुंडे से मुलाकात कर इन पम्प कैनालों के अधूरे काम को पूरा करके उसे चालू कराने की बात कही है। वहीं डीएम ने इस मामले को पूरी गंभीरता के साथ लिया। डीएम ने भरोसा दिया कि पम्प कैनालों से जुड़े काम को प्राथमिकता के आधार पर पूरा कराने का प्रयास होगा।
डबल इंजन की सरकार अधूरे पम्प कैनालों का काम पूरा कराने में विफल
पूर्व सपा विधायक मनोज सिंह डब्ल्यू ने कहा की उन्होंने इन पम्प कैनालों का निर्माण अपने लिए नहीं बल्कि क्षेत्र के किसानो के लिए करवाया था। अगर बीजेपी के विधायक इन पम्प कैनालों के अधूरे पड़े कामो को पूर्ण करा दें और पम्प कैनाल चालू करा कर खुद ही इसका श्रेय ले लें। मुझे कोई आपत्ति नहीं होगी बल्कि किसान भाइयो का भला हो यही मेरी प्राथमिकता है। इस मुद्दे पर उन्होंने भाजपा सरकार पर निशाना साधा कहा कि 40 प्रतिशत वाली डबल इंजन की बीजेपी सरकार पम्प कैनलों के 10 से 15 प्रतिशत अधूरे काम को पूरा कराने में विफल रही है। यही किसानों के प्रति भाजपा सरकार की प्राथमिकता है।