Creta को टक्कर देने के लिए Skoda लॉन्च करेगी अपनी सबसे सस्ती कार, फीचर्स भी होंगे शानदार ड्राइविंग स्किल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है- हील पहनकर ड्राइव करने से महिलाओँ के पैरों की एड़िया बिलकुल सीधी होती हैं। इसके अलावा आपको बार-बार ब्रेक, एक्सलेटर और क्लच का प्रयोग करने के दौरान हील के एंकल का भी उनमें फंसने का खतरा बना होता है। जिसके कारण ड्राइविंग के दौरान आपका नियंत्रण ठीक नहीं हो पाता है और ऐसी दशा में किसी भी आपात स्थिति में आप पैरों का सही इस्तेमाल नहीं कर पाती हैं।
हो जाते हैं एक्सीडेंट्स-
हील पहनकर ड्राइव करने से आपको इस बात का अंदाजा नहीं होता है कि, ब्रेक या एक्सलेटर पर कितना प्रेशर देना चाहिये।ऐसी दशा में प्रेशर का सही अनुमान लगा पाना बेहद मुश्किल होता है। ध्यान रखिये हम भले ही पैरों में किसी भी प्रकार का फुटवियर क्यों न पहनें लेकिन ड्राइविंग के दौरान उनका फ्लैट होना बेहद जरूरी होता है ताकि आप पैडल पर पैरों की पोजीशन और प्रेशर का सही अंदाजा लगा सकें।
हील पहनकर ड्राइव करने से आपको इस बात का अंदाजा नहीं होता है कि, ब्रेक या एक्सलेटर पर कितना प्रेशर देना चाहिये।ऐसी दशा में प्रेशर का सही अनुमान लगा पाना बेहद मुश्किल होता है। ध्यान रखिये हम भले ही पैरों में किसी भी प्रकार का फुटवियर क्यों न पहनें लेकिन ड्राइविंग के दौरान उनका फ्लैट होना बेहद जरूरी होता है ताकि आप पैडल पर पैरों की पोजीशन और प्रेशर का सही अंदाजा लगा सकें।
Honda CR-V और फॉर्च्यूनर को इस कार से मिलेगी कड़ी चुनौती, 20 अगस्त को होगी लॉन्च सही फुटवेयर चुनें- ड्राइविंग करते हुए हमेशा फ्लैट सोल और अच्छी ग्रिप वाले फुटवेयर पहनें ।इससे आपको प्रेशर का अंदाजा लगाने में आसानी होगी।