सरकार ने फर्नीचर पर आयात शुल्क 20 फीसदी से बढ़ाकर 30 फीसदी करने का प्रस्ताव दिया है। इस बजट में जूते, फर्नीचर, सिगरेट, कार और ऑटो पार्ट महंगे हो गए हैं। इसलिए अब इन सब चीजों को खरीदने के लिए ग्राहक को पहले से ज्यादा जेब ढ़ीली करनी पड़ेगी।
बजट में कई प्रोडक्ट्स पर आम लोगों को राहत भी मिली है। बजट की घोषणा के अनुसार तेल, शैंपू, टूथपेस्ट, डिटरजेंट, बिजली का घरेलू सामान भी सस्ते होंगे। वहीं रॉ सुगर, स्किम्ड मिल्क, सोया फाइबर, सोया प्रोटीन, कृषि-पशु आधारित उत्पाद, प्यूरीफाइड टेरिफैलिक एसिड भी पहले से सस्ता हो गया है।
इसके अलावा सस्ते सामान की सूची में चश्मों के फ्रेम, गद्दे, बिस्तर, बांस का फर्नीचर, सूखा नारियल, अगरबत्ती, पास्ता, नमकीन, म्योनीज़, सैनेटरी नैपकिन भी प्रमुख तौर पर शामिल है। यूज प्रिंट और कोटेड पेपर के आयात पर आयात शुल्क को घटाकर 10% से घटाकर 5% किया गया है।
फ्यूज, रसायन और प्लास्टिक जैसे कच्चे माल पर सीमा शुल्क में कटौती की गई है। जिससे इन वस्तुओं के दाम में भी कमी आएगी। जबकि खाने-पीने की चीजों में चॉकलेट, वैफर्स, कस्टर्ड पाउडर दाम भी कम हुए हैं। जबकि लाइटर, ग्लासवेयर, पॉट, कुकर, चूल्हा और प्रिंटर भी सस्ते हो जाएंगे।