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अमरीका को 16वां सबसे बड़ा बैंक सिलिकॉन वैली साल 2008 के वित्तीय संकट से जूझ रहा था। इससे बंद होने से तकनीकी उद्योग को झटका लगा है। बताया जा रहा है कि बैंक के पास 209 अरब डॉलर की संपत्ति और 175.4 बिलियन डॉलर की जमा राशि थी। यह बैंक नए जमाने की टेक कंपनियों और वेंचर कैपिटल में निवेश वाली कंपनियों को वित्तीय सपोर्ट देता था।
अमरीका के इस बैंक पर ताला लगने से केवल अमेरिका को प्रभावित नहीं करेगा, बल्कि दुनियाभर के देश इसकी चपेट में आने वाले है। भारत भी इससे अछूता नहीं है। भारत में जैसे ही ये खबर सामने आई, भारतीय निवेशकों और सास कंपनियों के संस्थापकों की चिंता बढ़ गई है। दरअसल कई भारतीय स्टार्टअप में सिलिकॉन वैली बैंक का पैसा लगा है।
आपको बता दें कि सिलिकॉन वैली बैंक ने भारत में 20 स्टार्टअप में निवेश किया है। स्टार्टअप रिसर्च एडवाइजरी Tracxn के मुताबिक साल 2003 में भारतीय स्टार्टअप में निवेश किया था। हालांकि, इनमें निवेश की गई राशि की स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है। पिछले साल अक्टूबर में भारत की स्टार्टअप कंपनियों ने इस बैंक से करीब 150 मिलियन डॉलर की पूंजी जुटाई थी। भारत में सबसे अहम निवेश एसएएएस-यूनिकॉर्न आईसर्टिस में है। इसके अलावा ब्ल्यूस्टोन, पेटीएम, one97 कम्युनिकेशन्स, Paytm मॉल, नापतोल, कारवाले, शादी, इनमोबी और लॉयल्टी रिवार्ड्ज जैसे स्टार्टअप में बैंक का निवेश है।