ये भी पढ़े:- मिल गया ऐसा प्लान जो जिंदगीभर के लिए करेगा पेंशन का इंतजाम, 40 की उम्र से ले सकते हैं फायदा, मौज से कटेगा बुढ़ापा
क्या है प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना? (PM Kisan Samman Nidhi)
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi) केंद्र सरकार की एक प्रमुख योजना है, जिसके तहत किसानों को सालाना 6000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। यह राशि तीन समान किस्तों में डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से सीधे किसानों के बैंक खाते में भेजी जाती है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को उनकी खेती के खर्च में मदद करना और उनकी आय में सुधार करना है। अब तक योजना के तहत 18 किस्तें जारी की जा चुकी हैं। आगामी 19वीं किस्त के लिए केंद्र सरकार पूरी तैयारी में है। लेकिन, जिन किसानों ने अपनी ई-केवाईसी या बैंक खाते का NPCI से लिंक अपडेट नहीं कराया है, उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।बिहार के जहानाबाद में 2500 से ज्यादा किसानों का पैसा अटका
बिहार के जहानाबाद जिले में 2493 किसानों का ई-केवाईसी अब तक पूरा नहीं हुआ है, जबकि 12 किसानों ने अपने आधार और बैंक खाते को नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) से लिंक नहीं करवाया है। ऐसे में इन किसानों को अगली किस्त का पैसा नहीं मिल पाएगा। जिला अधिकारी अलंकृता पांडेय की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कृषि टास्क फोर्स की बैठक में यह जानकारी दी गई। बैठक में विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों ने हिस्सा लिया और किसानों (PM Kisan Samman Nidhi) से संबंधित विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई।क्या करें किसान?
जिन किसानों (PM Kisan Samman Nidhi) ने अब तक अपना ई-केवाईसी पूरा नहीं किया है या बैंक खाता और आधार को NPCI से लिंक नहीं करवाया है, उन्हें जल्द से जल्द यह प्रक्रिया पूरी करनी चाहिए। किसान अपने नजदीकी वसुधा केंद्र या संबंधित बैंक शाखा में जाकर यह काम करवा सकते हैं। ई-केवाईसी अपडेट और NPCI लिंक होने के बाद ही किसान सम्मान निधि की राशि उनके खाते में ट्रांसफर हो सकेगी।कृषि योजनाओं पर चर्चा और समीक्षा
जिला स्तर पर हुई बैठक में कृषि से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा की गई। इनमें प्रमुख विषय निम्नलिखित रहे: मौसम और फसल की स्थिति: खरीफ फसलों की प्रगति और उत्पादन की समीक्षा।बीज वितरण: जिले में अब तक 2075.31 क्विंटल रबी बीज का वितरण हो चुका है।
उर्वरक की उपलब्धता: उर्वरक की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया।
सिंचाई और जल संरक्षण: हर खेत को पानी योजना के तहत सिंचाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश।
जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि आगामी रबी मौसम में फसलों का आच्छादन लक्ष्य 54669.85 हेक्टेयर निर्धारित किया गया है। बीज वितरण का कार्य पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर किया जा रहा है।
क्यों है ई-केवाईसी जरूरी?
ई-केवाईसी (PM Kisan Samman Nidhi) प्रक्रिया किसानों की पहचान को सत्यापित करने के लिए आवश्यक है। यह सुनिश्चित करता है कि योजना का लाभ सही किसानों तक पहुंचे। इसके अलावा, आधार और बैंक खाते का NPCI से लिंक होना भी जरूरी है ताकि डीबीटी के माध्यम से राशि सीधे किसानों के खाते में जमा हो सके। ये भी पढ़े:- इस राज्य के सरकारी कर्मचारियों-पेंशनधारकों की मौज, महंगाई भत्ता 3% बढ़ा, जानें कब मिलेगा?
बैंक खाता और आधार NPCI से लिंक कराएं: अपने बैंक में जाकर यह प्रक्रिया पूरी करें।
समय सीमा का ध्यान रखें: 19वीं किस्त जारी होने से पहले यह सभी काम पूरा कर लें।
किसानों को जरूरी सलाह
ई-केवाईसी जल्द पूरा करें: नजदीकी वसुधा केंद्र या ऑनलाइन पोर्टल का उपयोग करें।बैंक खाता और आधार NPCI से लिंक कराएं: अपने बैंक में जाकर यह प्रक्रिया पूरी करें।
समय सीमा का ध्यान रखें: 19वीं किस्त जारी होने से पहले यह सभी काम पूरा कर लें।
केंद्र सरकार का यह प्रयास किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने का है। ऐसे में किसानों (PM Kisan Samman Nidhi) को भी चाहिए कि वे सरकार द्वारा तय दिशानिर्देशों का पालन करें और समय पर अपने सभी दस्तावेज अपडेट करें।