क्यों हुई डील कैन्सल?
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने बयान में कहा है कि “फ़्यूचर रिटेल लिमिटेड (FRL) के सुरक्षित कर्ज़दाताओं ने प्रस्तावित योजना के ख़िलाफ़ वोट किया है इसलिए इस डील को लेकर आगे नहीं बढ़ा जा सकता है।” इससे पहले शुक्रवार को फ्यूचर ग्रुप ने जानकारी दी थी कि उसके शेयरधारकों एवं असुरक्षित ऋणदाताओं ने इस डील को अपनी स्वीकृति दे दी है, लेकिन सुरक्षित कर्जदाताओं ने इसे स्वीकृति नहीं दी है।
रिटेल किंग नहीं बन पाएंगे अंबानी!
बता दें कि रिलायंस इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनी रिलायंस रिटेल ने फ्यूचर रिटेल के 200 बिग बाजार स्टोर का कंट्रोल अपने हाथों में ले लिया था। कहा जा रहा था कि रिलायंस 250 और रिटेल स्टोर्स को अपने नियंत्रण में लेलेगा और फिर रिटेल की दुनिया में बड़ा खिलाड़ी बन जाएगा। अब इस डील के कैन्सल होने से मुकेश अंबानी रिटेल की दुनिया में किंग शायद ही बन पाएं।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने बयान में कहा है कि “फ़्यूचर रिटेल लिमिटेड (FRL) के सुरक्षित कर्ज़दाताओं ने प्रस्तावित योजना के ख़िलाफ़ वोट किया है इसलिए इस डील को लेकर आगे नहीं बढ़ा जा सकता है।” इससे पहले शुक्रवार को फ्यूचर ग्रुप ने जानकारी दी थी कि उसके शेयरधारकों एवं असुरक्षित ऋणदाताओं ने इस डील को अपनी स्वीकृति दे दी है, लेकिन सुरक्षित कर्जदाताओं ने इसे स्वीकृति नहीं दी है।
रिटेल किंग नहीं बन पाएंगे अंबानी!
बता दें कि रिलायंस इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनी रिलायंस रिटेल ने फ्यूचर रिटेल के 200 बिग बाजार स्टोर का कंट्रोल अपने हाथों में ले लिया था। कहा जा रहा था कि रिलायंस 250 और रिटेल स्टोर्स को अपने नियंत्रण में लेलेगा और फिर रिटेल की दुनिया में बड़ा खिलाड़ी बन जाएगा। अब इस डील के कैन्सल होने से मुकेश अंबानी रिटेल की दुनिया में किंग शायद ही बन पाएं।
Amazon चाहता था डील हो जाए कैन्सल
गौरतलब है कि अगस्त 2020 में फ़्यूचर ग्रुप ने रिटेल, होलसेल, लॉजिस्टिक और वेयरहाउस सेगमेंट में काम करने वाली अपनी 19 कंपनियां को 24,713 करोड़ की डील के तहत रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL) को बेचने की घोषणा की थी। इसका अमेजन ने विरोध भी किया था और आज भी इसको लेकर कानूनी लड़ाई जारी है। अमेजन ने वर्ष 2019 में 1500 करोड़ रुपये में फ्यूचर कूपन में 49 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी। ये कंपनी फ्यूचर ग्रुप की होल्डिंग कंपनी है।
यह भी पढ़े – दुनिया के टॉप 10 अरबपतियों की सूची में शामिल हुए मुकेश अंबानी
गौरतलब है कि अगस्त 2020 में फ़्यूचर ग्रुप ने रिटेल, होलसेल, लॉजिस्टिक और वेयरहाउस सेगमेंट में काम करने वाली अपनी 19 कंपनियां को 24,713 करोड़ की डील के तहत रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL) को बेचने की घोषणा की थी। इसका अमेजन ने विरोध भी किया था और आज भी इसको लेकर कानूनी लड़ाई जारी है। अमेजन ने वर्ष 2019 में 1500 करोड़ रुपये में फ्यूचर कूपन में 49 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी। ये कंपनी फ्यूचर ग्रुप की होल्डिंग कंपनी है।
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