यह भी पढ़ें
सुनील मित्तल ने दिए डराने वाले संकेत, कहा – भारतीय टेलीकॉम मार्केट का 2 निजी प्लेयर्स के बीच सिमटना ट्रैजिक साबित होगा
ईडी ने अभी तक 8,170.02 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की ED ने बुधवार को ट्विट कर इसकी जानकारी सार्वजनिक करते हुए कहा है कि PMLA के तहत विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के मामले में अभी तक 18,170.02 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की गई है। यह संपत्ति बैंकों को हुए कुल नुकसान का 80.45 फीसदी है। साथ ही एजेंसी ने बताया है कि 9,371.17 करोड़ रुपए की कुर्की/जब्त संपत्ति का एक हिस्सा PSB और केंद्र सरकार को ट्रांसफर किया है। तीनों ने सरकारी बैंकों को लगाया 22,585 करोड़ का चूना ईडी की रिपोर्ट के मुताबिक भगोड़े विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी ने मिलकर भारतीय सरकारी बैंकों को करीब 22,585 करोड़ का चूना लगाया है। इनमें से इन तीनों की 18,170 करोड़ की संपत्ति ईडी ने सीज की है। यह कुल नुकसान का 80.45 फीसदी है। ईडी ने कहा कि विजय माल्या और पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी मामलों में बैंकों की 40 फीसदी राशि पीएमएलए के तहत जब्त किए गए शेयरों की बिक्री के जरिए वसूली है।
जमानत पर जेल से बाहर है विजय माल्या किंगफिशर एयरलाइंस के मालिक विजय माल्या ब्रिटेन से भारत प्रत्यर्पण के लिए अदालती मामलों का सामना कर रहा है। वह फिलहाल जमानत पर जेल से बाहर है। 2019 में ब्रिटेन के तत्कालीन गृह सचिव ने उसके प्रत्यर्पण को मंजूरी दी थी। भारतीय जांच एजेंसी ED और CBI द्वारा मामले की जांच के दौरान माल्या 2 मार्च, 2016 को भारत छोड़कर फरार हो गया था। जिसके बाद बैंकों ने आरोपी के खिलाफ डेब्ट रिकवरी ट्रिब्यूनल्स का रुख किया। जनवरी 2019 में माल्या को भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया गया था।
जेल में बंद है मेहुल और नीरव पंजाब नेशनल बैंक से धोखाधड़ी के जरिए 13,500 करोड़ रुपए लोन लेने के आरोपी मेहुल चोकसी और नीरव मोदी जनवरी 2018 में भारत से फरार हो गया था। चोकसी फिलहाल डोमिनिका की जेल में बंद है, जबकि मोदी ब्रिटेन की जेल में बंद है।
बैंक धोखाधड़ी : मुख्य बिंदु 1. विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी ने सरकारी बैंकों को करीब 22,585 करोड़ का चूना लगाया। 2. प्रवर्तन निदेशालय ने इन मामलों में अभी तक 18,170.02 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की।
3. जब्त की गई संपत्ति बैंकों को हुए कुल नुकसान का 80.45 फीसदी हिस्सा है। 4. ईडी ने जब्त की गई 9371.17 करोड़ रुपए सरकारी बैंकों, पीएसबी और केंद्र सरकार को लौटाए। 5. बैंकों को ट्रांसफर हुई रकम कुछ नकसान का 40 फीसद।
यह भी पढ़ें