शापूरजी ग्रुप में 50 हजार कर्मचारी करते हैं काम
पालोनजी मिस्त्री का जन्म गुजरात के एक पारसी परिवार मुंबई में हुआ था। कारोबार जगत में शापूरजी ग्रुप के कद का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि, इस समूह में 50 हजार के करीब लोग काम करते हैं।
50 देशों में फैला है कारोबार
इतना ही नहीं शापूरजी ग्रुप का कारोबार एक दो नहीं बल्कि 50 देशों में फैला हुआ है। भारत के अलावा एशिया के अन्य देशों से अफ्रीका तक शापूरजी पालोनजी ग्रुप का कारोबार फैला हुआ है। फोर्ब्स के ताजा अपडेट के मुताबिक, दुनिया में शापूरजी ग्रुप अमीरों की सूची में 143वें नंबर पर है।
यह भी पढ़ें – Startup World में भारत के पांच शहरों ने मचाई धूम, दिल्ली-मुंबई से आगे निकला ये शहर 2016 में पद्मभूषण से सम्मानित
पालोनजी मिस्त्री को कारोबार जगत में अपने उत्कृष्ट योगदान के लिए साल 2016 में पद्म भूषण सम्मान से भी नवाजा गया था। पालोनजी मिस्त्री के बेटे साइरस मिस्त्री को ही एक बार टाटा संस के चैयरमैन पद पर भी नियुक्त किया गया था, हालांकि बाद में विवाद के चलते उन्हें पद से हटाया गया।
पालोनजी मिस्त्री का जन्म गुजरात के एक पारसी परिवार मुंबई में हुआ था। कारोबार जगत में शापूरजी ग्रुप के कद का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि, इस समूह में 50 हजार के करीब लोग काम करते हैं।
50 देशों में फैला है कारोबार
इतना ही नहीं शापूरजी ग्रुप का कारोबार एक दो नहीं बल्कि 50 देशों में फैला हुआ है। भारत के अलावा एशिया के अन्य देशों से अफ्रीका तक शापूरजी पालोनजी ग्रुप का कारोबार फैला हुआ है। फोर्ब्स के ताजा अपडेट के मुताबिक, दुनिया में शापूरजी ग्रुप अमीरों की सूची में 143वें नंबर पर है।
यह भी पढ़ें – Startup World में भारत के पांच शहरों ने मचाई धूम, दिल्ली-मुंबई से आगे निकला ये शहर 2016 में पद्मभूषण से सम्मानित
पालोनजी मिस्त्री को कारोबार जगत में अपने उत्कृष्ट योगदान के लिए साल 2016 में पद्म भूषण सम्मान से भी नवाजा गया था। पालोनजी मिस्त्री के बेटे साइरस मिस्त्री को ही एक बार टाटा संस के चैयरमैन पद पर भी नियुक्त किया गया था, हालांकि बाद में विवाद के चलते उन्हें पद से हटाया गया।
1865 में हुई ग्रुप की स्थापन
शापूरजी पालोनजी ग्रुप की स्थापना 1865 में हुई थी। पिछले साल शापूरजी पालोनजी ग्रुप ने अपने कंज्यूमर ड्यूरेबल्स बिजनेस को अमरीकी प्राइवेट इक्विटी एंड फंड एडवेंट इंटरनेशनल को बेच दिया था। बता दें कि पालोनजी परिवार के पास टाटा सन्स में 18.4 फीसदी पार्टनर्शिप है।
शापूरजी पालोनजी ग्रुप की स्थापना 1865 में हुई थी। पिछले साल शापूरजी पालोनजी ग्रुप ने अपने कंज्यूमर ड्यूरेबल्स बिजनेस को अमरीकी प्राइवेट इक्विटी एंड फंड एडवेंट इंटरनेशनल को बेच दिया था। बता दें कि पालोनजी परिवार के पास टाटा सन्स में 18.4 फीसदी पार्टनर्शिप है।
जानकारी के मुताबिक, शापूरजी पालोनजी ग्रुप इस समय वित्तीय संकट से गुजर रहा है। कंपनी पर कर्ज का बोझ लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में कंपनी कर्ज से के बोझ को हल्का करने के लिए टाटा संस में मौजूद उनकी हिस्सेदारी को बेचना चाहती है।
परिवार में कौन-कौन?
पालोनजी मिस्त्री का जन्म भारत में पारसी परिवार में हुआ। लेकिन 2003 में शादी के बाद उन्होंने आइरिश नागरिकता ले ली। पालोनजी के परिवार में उनके पीछे उनकी पत्नी पाट्सी पेरिन डुबास और चार बच्चे हैं।
दो बेटे शापूर मिस्त्री और साइरस मिस्त्री के अलावा दो बेटियां लैला मिस्त्री और अलू मिस्त्री हैं।
यह भी पढ़ें – UPI पेमेंट बना लोगों की पहली पसंद, 2022 की पहली तिमाही में हुआ 10.2 ट्रिलियन रुपये का लेनदेन
परिवार में कौन-कौन?
पालोनजी मिस्त्री का जन्म भारत में पारसी परिवार में हुआ। लेकिन 2003 में शादी के बाद उन्होंने आइरिश नागरिकता ले ली। पालोनजी के परिवार में उनके पीछे उनकी पत्नी पाट्सी पेरिन डुबास और चार बच्चे हैं।
दो बेटे शापूर मिस्त्री और साइरस मिस्त्री के अलावा दो बेटियां लैला मिस्त्री और अलू मिस्त्री हैं।
यह भी पढ़ें – UPI पेमेंट बना लोगों की पहली पसंद, 2022 की पहली तिमाही में हुआ 10.2 ट्रिलियन रुपये का लेनदेन