इस मामले के सेटलमेंट के लिए एक वेबसाइट बनाई गई है। इस मुकदमे में शामिल केन स्ट्रैंड और माइकल बर्कहार्ट को हर्जाने के रूप में राशि दी गई है। इन्हें प्रति क्लेम 92.17 डॉलर (करीब 7,667 रुपए) का भुगतान किया गया। यह हर्जाना आइफोन 6 और 7 के उपभोक्ताओं को देय होगा। गौरतलब है कि एपल के खिलाफ ब्रिटेन में भी इसी तरह का मामला चल रहा है।
यह है पूरा मामला
अमरीका में 2017 में एपल पर पुराने फोनों को धीमा करने का आरोप लगाया गया था। कंपनी का कहना था कि जैसे-जैसे बैटरियां पुरानी होती जाती हैं, उनका प्रदर्शन कम होता जाता है। ऐसे में फोन की धीमी गति से फोन का जीवनकाल बढ़ जाएगा। ग्राहकों ने बिना बताए फोन की गति को धीमा करने को लेकर जमकर हंमामा किया। इस पर एपल ने कम कीमत में बैटरी बदलने की पेशकश की। इस मामले को लेकर दिसंबर, 2017 में मामला दायर किया गया था। इस मामले को बैटरीगेट प्रकरण कहा जाता है।
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