अगर सब सही होता तो एमपी में होता ताजमहल
दरअसल आज आप जिस ताजमहल को देखने यूपी के आगरा शहर में जाते हैं, पहले वही ताजमहल बुरहानपुर में बनना था। इसका बड़ा कारण था कि मुमताज महल की मौत बुरहानपुर में ही हुई थी। और मौत के बाद मुमताज महल को यहीं दफनाया भी गया।एमपी में क्यों नहीं बन पाया ताजमहल
एमपी के बुरहानपुर में ताजमहल बनाने के लिए मुगल शासक शाहजहां ने एक्सपर्ट से उसकी पूरी रूपरेखा तक तैयार करवा ली थी। लेकिन ताजमहल तो शफक संग-ए-मरमर (सफेद संगमरर) से बनाया जाना था। खूबसूरत और मुलायम सा दिखने वाला संगमरमर वजन में भारी था। और जब एक्सपर्ट ने यहां की मिट्टी और जमीन का मुआयना किया तो पता चला कि यहां की मिट्टी का स्तर संगमरमर से बने महल को ज्यादा लंबे समय तक खड़ा नहीं रख पाएगी। इसलिए शाहजहां का एमपी के बुरहानपुर में संग-ए-मरमर से दूधिया ताजमहल बनवाने का सपना अधूरा ही रह गया। लेकिन बाद में शाहजहां ने मुमताज महल से जुड़ी अपनी यादों के ताजमहल को आगरा में बनवाया। मुमताज का ताबूत वहां ले जाया गया।10 मई को शाहजहां से निकाह के बाद बुरहानपुर आ गई थीं मुमताज महल
इतिहासकारों की मानें तो 10 मई सन् 1612 को शाहजहां और मुमताज का निकाह हो गया और मुमताज शाहजहां की तीसरी बेगम बनीं। सन् 1631 में शाहजहां मुमताज को लेकर बुरहानपुर आ गए। उस वक्त मुमताज महल गर्भवती थीं।7 जून 1631 को बुरहानपुर में ही ली थी आखिरी सांस
7 जून 1631 में मुमताज ने बुरहानपुर में ही दम तोड़ था। यहीं छह माह तक आहुखाना में बने पाइबाग में मुमताज को दफनाया गया था। मुमताज को बेहद सुरक्षित ताबूत में रखा गया था। अपनी पसंदीदा बेगम के यूं अचानक चले जाने से शाहजहां दुखी हो उठा।यहां है मुमताज का असली मकबरा
बता दें कि बुरहानपुर में ही शाहजहां की बेगम मुमताज महल का असली मकबरा (Mumtaz Mahal Tomb) है। लेकिन यह प्राचीन स्थल अब खंडहर में त़ब्दील हो रहा है। शहर से पांच किमी दूर ताप्ती के उस पार जैनाबाद में यह पाइबाग बना है। जहां मुमताज को दफनाया गया था। कई पर्यटक इसे देखने के लिए पहुंचते हैं, लेकिन एप्रोच रोड न होने के कारण कोई भी यहां जाने की जहमत नहीं करता। यहां पर धरोहर को सहेजने के लिए प्रयास तो किए गए, लेकिन अब तक काम अधूरे हैं। यहां धरोहर का जीर्णोद्धार का भी काम चल रहा है। आसपास उद्यान विकसित किया जा रहा है।
ये भी पढ़ें: Gullak Web Series: भोपालियों का इंतजार खत्म, गुल्लक सीजन 4 के साथ आपके घर आ रहा है मिश्रा जी का परिवार