भ्रमण करने के लिए भी शुल्क
अब खेल संकुल में मॉर्निंग वॉक व इवङ्क्षनग वॉक के लिए आने वाले व्यक्तियों से 300 रुपए प्रति माह शुल्क लिया जाएगा, जबकि इससे पहले किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जाता था।
एक हजार से अधिक लोग जाते है
खेल संकुल में बड़ी संख्या में पुरुष , महिलाए , बालक व बालिकाएं व खिलाड़ी सुबह शाम घूमने व योगा करने जाते है। एक जनवरी से शुल्क लगने पर इनकी संश्या कम हो जाएगी।बूंदी शहर में भ्रमण के लिए एक मात्र खेल संकुल ही है। सबसे अधिक घूमने वाले लोग यही आते है।
यह शुल्क राज्य सरकार के खेल विभाग की ओर से प्रदेश के सभी जिलों में लगाया गया है। कल से इसके लिए रसीद काटे जाना शुरू किया जाएगा। इसके अभाव में खेल संकुल में ना अभ्यास कर सकेंगे ना भ्रमण कर सकेंगे। यह व्यवस्था एक जनवरी से की जाएगी।
हर्षवर्धन, जिला खेल अधिकारी, बूंदी
नए वर्ष से नियमित रूप से मॉर्निंग वॉक करने वाले, जोङ्क्षगग करने वाले, व्यायाम एवं सभी प्रतिभावान खिलाड़ी जो अपना अभ्यास करते हैं उन पर शुल्क लगा दिया गया है। अब शुल्क दिए बिना इस खेल संकुल में प्रवेश निषेध कर दिया। पूर्णतया विकसित नहीं होने पर भी यह शुल्क लगा देना अनुचित और ङ्क्षनदनीय है इसकी में कड़े शब्दों में ङ्क्षनदा करता हूं।मैं राज्य सरकार से मांग करता हूं की जो समस्त शुल्क लगाया गया है उसको माफ किया जाए।
हरिमोहन शर्मा, विधायक बूंदी
पूर्व में कांग्रेस सरकार ने पे एण्ड प्ले योजना को बंद किया था। सभी लोगों को स्वस्थ रहने के लिए शारिरीक व्यायाम जरूरी है। लोगों को अच्छे स्वास्थ्य से दूर नहीं किया जाना चाहिए। मैं खेल मंत्री से अनुरोध करूंगा कि इसे शुरू नहीं किया जाए, ताकि लोग सरकार की सुविधाओं का लाभ उठा सके।
अशोक चांदना, पूर्व खेल राज्य मंत्री व हिण्डोली विधायक