पुलिस ने बताया कि पीडि़ता शाहपुरा जिले की रहने वाली है। पीडि़ता के अनुसार उसके पेट में काफी समय से दर्द रहता है। किसी ने उसे बताया कि खासहाली का झोपडा में एक देवस्थान हैं, वहां पर जाओ। वहां पेट दर्द ठीक हो जाता है। इस पर महिला गत 24 नवंबर को अपने पुत्र के साथ खासहाली का झोपड़ा में देव स्थान पर गई। वहां बाबूलाल रैगर, सोनू मीणा, ताराचन्द मीणा, हेमराज मीणा, लेखराज मीणा, चेतन मीणा, रामा, छीतर मीणा, गौरी देवी पत्नी ब्रहमालाल मीणा समेत चार पांच महिलाएं और लोग मौजूद थे। वहां बाबूलाल रैगर, सोनू मीणा व गौरी देवी ने खुद के भाव आना बताया। इस दौरान मौजूद लोगों में से कुछ ने पीडि़ता को पकड लिया। तीनों ने लोहे के गर्म भाले से उसके शरीर को जगह-जगह से दाग दिया। इससे उसके जलने के घाव हो गए।
सभी ने डायन बताते हुए उसके हाथ पैर पकड लिए और सिर के सभी बाल काट दिए। फिर मुंह काला कर गांव में घुमाकर वापस देवस्थान पर लाए और यहां लाकर एक पेड़ से उसे बांध दिया। सभी ने कहा कि डायन लग रही है। यह एक दिन में ठीक हो जाएगी और पीडि़ता वहीं रखा। एक दिन बीत जाने के बाद भी वह ठीक नहीं हुई। इसके बाद 25 नवंबर की रात को आरोपियों ने उसे गांव के बाहर छोड दिया और कहा कि अब ठीक हो जाएगी। इसे घर ले जाओ। पीडि़ता का पुत्र वहां से अपने घर लेकर आया, लेकिन पीडि़ता की तबियत और ज्यादा खराब हो गई। इसके बाद पीडि़ता ने गुरुवार को हिण्डोली थाने में परिवाद दिया।
इस घटना का किसी व्यक्ति ने वीडियो बना लिया था, जो शुक्रवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और डायन प्रथा अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया। थानाधिकारी पवन मीणा ने बताया कि महिला की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया गया है। मौके पर जाकर साक्ष्य जुटाए गए हैं।