इन किशोरियों की उम्र लगभग साढ़े 17 साल है। पुलिस ने जिले भर में नाकाबंदी कर दी है और सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है, लेकिन सुधार गृह के कैमरे खराब होने के कारण कोई फुटेज प्राप्त नहीं हो पाया। पुलिस का मानना है कि किशोरियों ने सफाई कर्मचारियों को चकमा देकर भागने में सफलता प्राप्त की होगी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था में चूक होने के कारण कैमरे खराब पड़े थे और फुटेज उपलब्ध नहीं हो पाया। पुलिस ने किशोरियों के घरों पर भी संपर्क किया, लेकिन वहां उनका कोई पता नहीं चला। पुलिस को आशंका है कि किशोरियां बस या ट्रेन के माध्यम से कहीं बाहर चली गई होंगी। पुलिस की टीमें किशोरियों के घरों और संभावित ठिकानों पर तलाश कर रही हैंए लेकिन अब तक सफलता हाथ नहीं लगी है।
उल्लेखनीय है कि इस तरह की अधिकतर घटनाएं किशोर बाल सुधार गृह से आती हैं। इस मामले में जयपुर जिले में स्थित बाल सुधार गृह सबसे ज्यादा बदनाम है। वहां से एक साल के दौरान करीब सत्तर से भी ज्यादा किशोर फरार हो चुके हैं। साथ ही दो केस ऐसे भी आए हैं जब करीब पैंतीस किशोर फरार होने ही वाले थे, गनीमत रही कि इसकी जानकारी पहले ही स्टाफ को लग गई और पुलिस की मदद से उन सभी को घेर लिया गया। लेकिन अब किशोरियों की तलाश की जा रही है।