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बूंदी

देवस्थान विभाग के मन्दिरों में अब भोग सरस के घी से बनेगा

प्रदेश के प्रमुख मन्दिरों का प्रसाद अब सरकारी डेयरी सरस के घी से ही बनाने लेकर देवस्थान विभाग तैयारी कर रहा है।

बूंदीSep 29, 2024 / 06:42 pm

पंकज जोशी

बूंदी. देव स्थान विभाग कार्यालय।

बूंदी. प्रदेश के प्रमुख मन्दिरों का प्रसाद अब सरकारी डेयरी सरस के घी से ही बनाने लेकर देवस्थान विभाग तैयारी कर रहा है। विभाग सरस घी के उपयोग की अनिवार्यता लागू करने पर विचार कर रहा है। दरअसल आन्ध्रप्रदेश के प्रमुख मंदिर तिरूपति में चर्बी उपयोग में आने का मामला गर्माया हुआ है। इससे सबक लेकर राज्य सरकार के स्तर पर प्रमुख एवं बड़े मंदिरों के प्रसाद में सरकारी डेयरी सरस का ही घी दूध उपयोग में लेने पर विचार चल रहा है। इसको लेकर आरसीडीएफ और देवस्थान विभाग के अधिकारियों के बीच चर्चा चल रही है। देवस्थान विभाग जल्द ही इस सबन्ध में आदेश जारी करेगा।
हाड़ौती में 59 मंदिर
हाड़ौती में देवस्थान विभाग में 59 मंदिर है, जिनमें 55 मंदिर में भोग लगाया जाता है। वहीं बूंदी में 14 मंदिरों में भोग लगाया जाता है। इनमें कुछ मंदिरों में तो काफी समय से सरस डेयरी से तैयार घी से भोग लगाया जा रहा है। आगामी दिनों में सभी मंदिरों में यह व्यवस्था लागू की जाएगी।
ऐसे कर सकते हैं जांच
सरस डेयरी संघ की ओर से सरस की गुणवत्ता की पहचान के लिए क्यूआर कोड प्रारभ किया है,जिसे स्केन कर गुणवत्ता की जांच की जा सकती है। गुणवत्ता से संबंधित शिकायत के लिए कन्ट्रोल रूम 760000671 स्थापित किया है।
हर बूथ पर मिलेगा घी
कोटा बूंदी में करीब साढे तीन सौ सरस डेयरी के बूथ है। एक अक्टूबर से सभी बूथ पर लोगों को घी अन्य उत्पाद के साथ घी भी मिलेगा। अभी तक यह होल सेलर व रीटेल काउंटर पर ही उपलब्ध कराया जाता था। वहीं आगामी दिनों में 200 ग्राम का पैकेट भी बिक्री के लिए जारी किया जाएगा।
विभाग के कुछ मंदिरों में काफी समय से सरस डेयरी से लिए जा रहे घी का उपयोग किया जा रहा है। शेष मंदिरों में भी यह व्यवस्था लागू की जाएगी।
डॉ. ऋचा, सहायक आयुक्त, देवस्थान विभाग, कोटा
मंदिर में बनने वाले प्रसाद में घी का उपयोग होता है। ऐसे में सरस डेयरी की ओर से जिले के प्रसिद्ध मंदिरों में सपर्क किया जा रहा है। विभाग की ओर से आगामी दिनों में इस संबंध में आदेश जारी किए जाएंगे। विभाग की ओर से देवस्थान विभाग से भी सपर्क किया गया है, ताकि श्रद्धालुओं को शुद्ध घी से बना प्रसाद मिल सके।
चैन सिंह राठौड़, चेयरमैन, सरस डेयरी, कोटा

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