सुबह शाम को ही आती है पैसेंजर ट्रेन
कोटा चित्तौड़ रेलवे लाइन पर बूंदी रेलवे स्टेशन पर दिन के समय कोई भी यात्री गाड़ी नहीं होने के चलने यहां पर यात्रियों को परेशानी का सामना उठाना पड़ता है। जानकारी अनुसार यहां स्टेशन पर सुबह 5:20 पर कोटा मंदसौर लिंक एक्सप्रेस ट्रेन आती है। उसके बाद में 6 बजकर 35 मिनट पर हल्दीघाटी एक्सप्रेस ट्रेन यहां से चित्तौड़ के लिए निकलती है। वहीं वापसी में 3:50 पर मंदसौर से कोटा लिंक एक्सप्रेस बूंदी स्टेशन पर पहुंचती है। वहीं 5:35 पर शाम को हल्दीघाटी एक्सप्रेस कोटा के लिए यहां से निकलती है। रात के 11:20 पर मेवाड़ एक्सप्रेस बूंदी से कोटा हजरत निजामुद्दीन निकलती है। वहीं 1:30 बजे रात को कोटा से चित्तौड़गढ़ मेवाड़ एक्सप्रेस निकलती है। वहीं बूंदी रेलवे स्टेशन से रात को 10 बजे मंदसौर कोटा ट्रेन निकलती है।वहीं 2:45 पर बूंदी से कोटा के लिए मंदसौर एक्सप्रेस वापस निकलती है। चित्तौड़ जाने के लिए दिन के समय यात्रा करने वाले लोगों को कोई यात्री ट्रेन नहीं होने के चलते परेशानी का सामना उठाना पड़ता है। वहीं यहां पर बूंदी से कोई भी रोडवेज बस डायरेक्ट चित्तौड़ के लिए नहीं होने से काफी परेशानी यात्रियों को उठानी पड़ रही है।
कोटा चित्तौड़ रेलवे लाइन पर बूंदी रेलवे स्टेशन पर दिन के समय कोई भी यात्री गाड़ी नहीं होने के चलने यहां पर यात्रियों को परेशानी का सामना उठाना पड़ता है। जानकारी अनुसार यहां स्टेशन पर सुबह 5:20 पर कोटा मंदसौर लिंक एक्सप्रेस ट्रेन आती है। उसके बाद में 6 बजकर 35 मिनट पर हल्दीघाटी एक्सप्रेस ट्रेन यहां से चित्तौड़ के लिए निकलती है। वहीं वापसी में 3:50 पर मंदसौर से कोटा लिंक एक्सप्रेस बूंदी स्टेशन पर पहुंचती है। वहीं 5:35 पर शाम को हल्दीघाटी एक्सप्रेस कोटा के लिए यहां से निकलती है। रात के 11:20 पर मेवाड़ एक्सप्रेस बूंदी से कोटा हजरत निजामुद्दीन निकलती है। वहीं 1:30 बजे रात को कोटा से चित्तौड़गढ़ मेवाड़ एक्सप्रेस निकलती है। वहीं बूंदी रेलवे स्टेशन से रात को 10 बजे मंदसौर कोटा ट्रेन निकलती है।वहीं 2:45 पर बूंदी से कोटा के लिए मंदसौर एक्सप्रेस वापस निकलती है। चित्तौड़ जाने के लिए दिन के समय यात्रा करने वाले लोगों को कोई यात्री ट्रेन नहीं होने के चलते परेशानी का सामना उठाना पड़ता है। वहीं यहां पर बूंदी से कोई भी रोडवेज बस डायरेक्ट चित्तौड़ के लिए नहीं होने से काफी परेशानी यात्रियों को उठानी पड़ रही है।
वंदे भारत भी नहीं हुई शुरू
बूंदी रेलवे स्टेशन पर वंदे भारत ट्रेन शुरुआत करने को लेकर काफी चर्चाएं रही। यहां तक की रेलवे विभाग द्वारा ट्रेनों का आवागमन की सूची तक जारी कर दी गई, लेकिन यहां पर ट्रेन का संचालन नहीं होने से उसका भी फायदा यात्रियों को नहीं मिल सका। बूंदी रेलवे स्टेशन पर पर्यटन की दृष्टि से अगर देखा जाए तो यहां पर देश-विदेश के कई पर्यटक बूंदी में आते हैं, लेकिन यहां पर ट्रेनों का दिन के समय ठहराव नहीं होने कोटा से बस से बूंदी आना पड़ता है। यात्रियों को रात्रि के समय आवागमन के लिए जाना पड़ता है।
बूंदी रेलवे स्टेशन पर वंदे भारत ट्रेन शुरुआत करने को लेकर काफी चर्चाएं रही। यहां तक की रेलवे विभाग द्वारा ट्रेनों का आवागमन की सूची तक जारी कर दी गई, लेकिन यहां पर ट्रेन का संचालन नहीं होने से उसका भी फायदा यात्रियों को नहीं मिल सका। बूंदी रेलवे स्टेशन पर पर्यटन की दृष्टि से अगर देखा जाए तो यहां पर देश-विदेश के कई पर्यटक बूंदी में आते हैं, लेकिन यहां पर ट्रेनों का दिन के समय ठहराव नहीं होने कोटा से बस से बूंदी आना पड़ता है। यात्रियों को रात्रि के समय आवागमन के लिए जाना पड़ता है।
रात्रि को होते है शहर में जाने में परेशान
वही यहां पर रात्रि के समय ट्रेनों ठहराव होने के बाद में रेलवे स्टेशन से बूंदी शहर में जाने वाले यात्रियों को काफी समस्या का सामना करना पड़ता है।यहां पर रात के समय ऑटो चालक व अन्य वाहन चालक रात्रि के समय मुंह मांगा किराया वसूलते हैं। इस बात को लेकर कई बार यात्रियों द्वारा शिकायत देने के बाद भी स्टेशन से बूंदी तक का कोई तक किराया तय नहीं होने के चलते यात्रियों को मुंह मांगे दाम यहां आने के लिए किराया चुकाना पड़ता है।
वही यहां पर रात्रि के समय ट्रेनों ठहराव होने के बाद में रेलवे स्टेशन से बूंदी शहर में जाने वाले यात्रियों को काफी समस्या का सामना करना पड़ता है।यहां पर रात के समय ऑटो चालक व अन्य वाहन चालक रात्रि के समय मुंह मांगा किराया वसूलते हैं। इस बात को लेकर कई बार यात्रियों द्वारा शिकायत देने के बाद भी स्टेशन से बूंदी तक का कोई तक किराया तय नहीं होने के चलते यात्रियों को मुंह मांगे दाम यहां आने के लिए किराया चुकाना पड़ता है।