इधर, कोतवाली पुलिस ने मंदिर परिसर से चुराई चारभुजानाथ की मूर्ति को सवाईमाधोपुर से बरामद कर लिया है। वहीं हत्या में प्रयुक्त वाहन का भी पुलिस को पता चल गया है। अब रिमांड अवधि के दौरान पुलिस आरोपियों से वारदात में प्रयुक्त हथियार और वाहन बरामद के प्रयास करेगी। इससे पहले आरोपियों की घटना स्थल की तस्दीक कराई गई।
कोतवाली थानाधिकारी सहदेव मीणा ने बताया कि तारागढ़ पहाड़ी पर स्थित डोबरा महादेव मंदिर के पुजारी लाखेरी निवासी विवेकानंद दीक्षित की हत्या कर दी थी। इसमें गेण्डोली थाना के रायथल टंकी के पास रहने वाले आरोपी सोनू महावर (19), बूंदी के नैनवां रोड रजतगृह कॉलोनी गेट संख्या-6 निवासी बादल मेघवाल (20) व गेट संख्या-3 निवासी लोकेश शृंगी उर्फ बिट्टूृ को गिरफ्तार किया। पुलिस अब आरोपियों से रिमांड के दौरान मूर्ति बेचने के लिए किस गैंग से सम्पर्क किया, उसकी जांच करेगी। साथ ही मामले में आरोपियों की संख्या 3 से अधिक होने की संभावना पर भी पुलिस जांच कर रही है। रिमांड अवधि के दौरान वारदात से जुड़े कुछ और नए तथ्य सामने आने की संभावना है।
किराए के घर में छिपाई थी मूर्ति
वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी सवाईमाधोपुर भाग गए। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि आरोपी लोकेश शृंगी को सवाईमाधोपुर में रहने वाले एक जानकार ने प्रदीप ङ्क्षसह के यहां किराए पर मकान दिलाया। आरोपी घटना के बाद वहीं रहे और कमरे में एक बैग में चारभुजा नाथ की मूर्ति छिपा दी। जिसको पुलिस ने बरामद कर लिया।
पुष्कर से खरीदा चाकू
आरोपियों ने बताया कि हत्या के लिए चाकू पुष्कर से 500 रुपए में खरीदा था। हत्या के दो दिन पहले ही आरोपी बादल पुष्कर गया था और वहां से रामपुरी चाकू लेकर आया। जिससे पुजारी की हत्या कर दी। हत्या में प्रयुक्त बाइक का भी पुलिस को पता चल गया है। बाइक मालपुरा में बताई। जिसको बरामद किया जाएगा।