वर्ष 2018 में गांधी ग्राम रोड पर एक निजी स्कूल के पास मुख्यमंत्री जन आवास योजना के तहत सस्ती दर पर लैट उपलब्ध करवाए जाने की स्कीम राज्य सरकार ने जारी की थी। जानकारी के अनुसार इन लैट का कार्य भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी महासंघ की ओर करवाया गया। योजना में दो श्रेणी के लैट बनाए गए है, जिसमें ईडब्ल्यूएस में एक बेड रूम, कीचन व हॉल व एलआइजी में दो बेड रूम, कीचन व हॉल बनाए जाने थे। योजना के तहत 1370 आवेदकों ने फार्म जमा करवाए। एक आवेदन को तैयार कर जमा करवाने में आवेदक के करीब तीन-चार हजार रुपए खर्च हुए थे। इन आवेदनों की चार बार में लॉटरी निकाली गई। इसमें 914 आवेदन विभिन्न कारणों से निरस्त माने गए। ऐसे में 430 आवेदक लैट के लिए निर्धारित राशि नगर परिषद के खाते में जमा करवा रहे हैै।
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कई में अब भी काम बाकीगांधी ग्राम में ईडब्ल्यूएस श्रेणी के लैट में कार्य लगभग पूरा हो चुका है। इन लैटों के बाहर सड़क बनाई जा चुकी है, वहीं विद्युत के साथ पेयजल व्यवस्था के लिए बोरिंग लगाए गए है, जिससे वाटर टैंक को भरा जाएगा और पाइप लाइन से घरों में पानी पहुंचेगा। वहीं गांधी ग्राम तक पहुंचने के लिए इन्द्रा कॉलोनी से सड़क भी बनाई गई है। वहीं इसके अलावा एलआइजी श्रेणी के लैट में अभी काफी कार्य बाकी है। इनमें से कुछ पर सफेदी भी करवाई गई है।
सरकार ने नहीं दी सब्सिडी
लैट के लिए आवेदन के दौरान लोगों को राज्य सरकार से डेढ़ लाख रुपए सब्सिडी के रूप में जमा करवाने के बारें में बताया गया था, ऐसे में 192 आवेदकों से शेष राशि जमा करवा दी, जबकि सरकार की ओर से मात्र एक लाख बीस हजार रुपए ही सब्सिडी के रूप में जमा करवाए गए। ऐसे में नगर परिषद ने 192 आवेदकों को नोटिस जारी कर तीस हजार रुपए अतिरिक्त जमा किए है।
लैट के लिए आवेदन के दौरान लोगों को राज्य सरकार से डेढ़ लाख रुपए सब्सिडी के रूप में जमा करवाने के बारें में बताया गया था, ऐसे में 192 आवेदकों से शेष राशि जमा करवा दी, जबकि सरकार की ओर से मात्र एक लाख बीस हजार रुपए ही सब्सिडी के रूप में जमा करवाए गए। ऐसे में नगर परिषद ने 192 आवेदकों को नोटिस जारी कर तीस हजार रुपए अतिरिक्त जमा किए है।
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192 लैट लगभग तैयार है। गांधी ग्राम तक पहुंचने के लिए सड़क बना दी गई है। बिजली-पानी की व्यवस्था की गई है। सरकार से शेष तीस हजार रुपए सब्सिडी मिलते ही आवेदकों को लौटा दी जाएगी। एलआइजी श्रेणी के लैट का अभी कार्य चल रहा है।अरूणेश शर्मा, कार्यवाहक आयुक्त, नगर परिषद, बूंदी
आवेदकों से शीघ्र लैट दिलाने का वादा किया था, जो कुछ दिनों में पूरा हो जाएगा। शेष रहे लैट का काम भी प्रगति पर है।
मधु नुवाल, सभापति, नगर परिषद, बूंदी यह थी प्रक्रिया
ईडब्ल्यूएस श्रेणी के आवेदकों को कुल चार लाख 15 हजार रुपए जमा करवाने थे। इसमें पहली, दूसरी एवं तीसरी किस्त के रूप में सात-सात हजार, चौथी किस्त में तीन लाख सत्रह हजार एवं पांचवीं से लेकर 28वीं किस्त तक 3200 रुपए नगर परिषद के खाते में जमा करवाने थे। वहीं एलआइजी श्रेणी में छह लाख 54 हजार रुपए जमा करवाए जाने थे, जिसमें पहली, दूसरी एवं तीसरी किस्त के रूप में 14-14 हजार रुपए, चौथी किस्त में पांच लाख 4 हजार और पांचवीं से 28वीं किस्त तक 4500-4500 रुपए जमा करवाने थे। कई आवेदक अपनी पूर्ण किस्त जमा करवा चुके है, लेकिन अब उन्हें लैट सुपुर्द नहीं किए गए है।
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ईडब्ल्यूएस श्रेणी के आवेदकों को कुल चार लाख 15 हजार रुपए जमा करवाने थे। इसमें पहली, दूसरी एवं तीसरी किस्त के रूप में सात-सात हजार, चौथी किस्त में तीन लाख सत्रह हजार एवं पांचवीं से लेकर 28वीं किस्त तक 3200 रुपए नगर परिषद के खाते में जमा करवाने थे। वहीं एलआइजी श्रेणी में छह लाख 54 हजार रुपए जमा करवाए जाने थे, जिसमें पहली, दूसरी एवं तीसरी किस्त के रूप में 14-14 हजार रुपए, चौथी किस्त में पांच लाख 4 हजार और पांचवीं से 28वीं किस्त तक 4500-4500 रुपए जमा करवाने थे। कई आवेदक अपनी पूर्ण किस्त जमा करवा चुके है, लेकिन अब उन्हें लैट सुपुर्द नहीं किए गए है।