फाटक तोड़ घायलों को निकाला
अहमदाबाद में आर्मी इंजीनियर रेजिमेंट में कार्यरत धर्मपुर निवासी 25 वर्षीय परवेन्द्रसिंह अपनी पत्नी 24 वर्षीय अनुपमा व मां 58 वर्षीय सुषमा के साथ आगरा से अपनी कार से अहमदाबाद जा रहे थे। एनएच 148डी पर उनियारा व नैनवां के बीच उनकी कार व ट्रक में भिड़ंत होने से कार के अन्दर फंस गए। पीछे से आ रही रोडवेज के चालक ने कार में फंसे लोगों को देखकर बस को रोका। चालक कुंजबिहारी, परिचालक राकेश बंजारा व बस में बैठे यात्रियों ने कार की फाटक को तोड़कर घायलों को बाहर निकाला और रोडवेज बस में डालकर उपचार के लिए नैनवां उपजिला चिकित्सालय लेकर आए। प्राथमिक उपचार के बाद कोटा रेफर
चिकित्सकों ने एक महिला सुषमा को मृत घोषित कर दिया। परवेन्द्र व उसकी पत्नी अनुपमा को प्राथमिक उपचार के बाद
कोटा रेफर कर दिया। चिकित्सालय पहुंची नैनवां थाना पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाकर घटना स्थल थाना क्षेत्र उनियारा होने के कारण वहां की पुलिस को सूचना दी। हादसे की सूचना मिलते ही मृतका के परिजन शनिवार सुबह नैनवां पहुंच गए। उनियारा थाने के हेडकांस्टेबल जयनारायण ने परिजनों की मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया। हेडकांस्टेबल ने बताया कि नैनवां की तरफ से जा रहे ट्रक की सामने से आ रही कार से
भिड़ंत हो गई। दुर्घटना के बाद चालक ट्रक छोड़ कर भाग गया।
रास्ते में ही मां का साथ छूट गया
परिजनों ने बताया कि आर्मी में इंजीनियर रेजिमेंट अहमदाबाद में नियुक्त परवेंद्र गांव में रह रही मां व पत्नी को साथ ही रखने के लिए कार से अहमदाबाद लेकर जा रहा था। शुक्रवार दोपहर तीन बजे उत्तरप्रदेश में स्थित अपने गांव से रवाना हुए थे। गांव से अहमदाबाद तक पहुंचने के लिए आधा ही सफर कटा था कि इस हादसे में मां की मौत हो जाने से रास्ते में मां का साथ छूट गया।