पहले इस शब्द डार्कनेट के बारे में जान लीजिए। दरअसल, डार्कनेट क्राइम की दुनिया का सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म माना जाता है। इसके जरिए सिर्फ ड्रग्स ही नहीं बल्कि कॉन्ट्रैक्ट किलिंग और ऐसे कोई भी वारदार को अंजाम देने के लिए यहां से सामान मिलता है। सुशांत केस में भी ये एंगल सामने आया है। कारण ये है कि डार्कनेट के जरिए फेक आईडी बनाई जाती है और अपने मन मुताबिक चीजें मंगाई जाती है। जिस कारण आरोपी तक पहुंच पाना मुश्किल हो जाता है। रिया जिस ड्रग पैडलर से ड्रग्स ले रही थीं वो इसी डार्कनेट के जरिए सप्लाई कर रहा था। डार्कनेट के जरिए विदेशों से ड्रग्स मंगा लिया जाता है। बता दें कि पूरी दुनिया में सिर्फ 4 प्रतिशत लोग ही इंटरनेट के स्पेस का इस्तेमाल करते हैं बाकि 94 प्रतिशत स्पेस डार्कने में यूज किया जाता है।
बता दें कि सुशांत केस में सामने आए ड्रग एंगल के बाद से सीबीआई और ईडी के अलावा अब NCB भी इस मामले में जांच में जुट गई है। ड्रग रैकेट पर एनसीबी अपनी एक लिस्ट बनाई है जिसमें टॉप 20 स्टार्स के भी नाम हैं। मुंबई में चल रहे हैं इस ड्रग रैकेट के पीछे की गुत्थी भी सुलझाने पर ध्यान दिया जा रहा है।