क्या आप जानते हैं ‘ओड टू माई फादर’ कोरिया के इतिहास की चौथे नंबर पर सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म है। तो आइए जानते हैं इस फिल्म की कहानी…
साल 1950 में कोरिया में युद्ध छिड़ा था। उस दौरान हंगनाम में निकासी के दौरान हजारों शरणार्थियों को अमरीका की नेवी बोट्स में कोरिया के दक्षिण हिस्से में ले जाया जा रहा था। इस दौरान एक बच्चा ड्यूक अपनी बहन से बिछड़ गया था। इसके चलते ड्यूक के पिता अपनी बेटी को ढूंढने लगते हैं और वो अपने बेटे से कहते हैं कि वो अपनी मां और दो भाई-बहनों को सुरक्षित बुसान ले जाए जहां ड्यूक की आंटी रहती हैं। ड्यूक के पिता ये भी कहते हैं कि उनकी उपस्थिति में वो ही घर का मुखिया है।
अपनी फैमिली को सपोर्ट करने के लिए ड्यूक हर तरह का काम करता है। 60 के दशक में आर्थिक तंगी के चलते ड्यूक अपने बेस्ट फ्रेंड के साथ यूरोप काम ढूंढने चला जाता है। यहां वो कोलमाइन्स जैसी खतरनाक जॉब करता है और एक लड़की के प्यार में पड़ जाता है। वीजा खत्म होने के चलते वो जर्मनी छोड़ देता है। कुछ महीनों बाद उसकी गर्लफ्रेंड ड्यूक के पास कोरिया पहुंचती है और उसे कहती है कि वो प्रेग्नेंट है। इसके बाद दोनों की शादी हो जाती है।
70 के दशक में ड्यूक युद्ध से प्रभावित वियतनाम जाने का फैसला करता है क्योंकि वहां जाकर वो काफी पैसा कमाना चाहता है और अपनी दूसरी बहन की भव्य शादी कराना चाहता है। हालांकि उसकी पत्नी काफी डरी हुई है लेकिन ड्यूक उसे मना देता है। कुछ समय बाद वियतनाम से ड्यूक काफी संघर्ष के बाद फिर वापस कोरिया लौटता है।
80 के दशक में कोरिया के युद्ध में बिछड़े लोगों के बारे में सूचना मिलती है कि उन्हें एक बार फिर से मिलाया जा रहा है। ड्यूक अपनी बिछड़ी बहन और अपने पिता की तलाश में उस क्षेत्र में पहुंचता है। इसके बाद क्या होता है यही है फिल्म का बड़ा ट्विस्ट।