जाह्नवी कपूर को शुरू से एक्टिंग में दिलचस्पी थी मगर उनकी मां श्रीदेवी नहीं चाहती थीं कि उनकी बेटी एक्ट्रेस बने। दरअसल, जाह्नवी कपूर के पिता बोनी कपूर ने कभी भी अपनी बेटी के सपने को लेकर नहीं रोका लेकिन श्री देवी यह नहीं चाहती थीं की उनकी बेटी फिल्म इंडस्ट्री में आए। श्री देवी चाहती थीं कि उनकी बेटी जाह्नवी पढ़ाई पर ध्यान दे और डॉक्टर बने। इतना ही नहीं श्रीदेवी ने अपनी बेटी का नाम अपनी ही एक फिल्म के किरदार पर रखा था।
फिल्म इंडस्ट्री के जाने माने फिल्ममेकर बोनी कपूर और श्रीदेवी की गोद में जब जाह्नवी कपूर आईं तो मानों इनके घर में खुशियां बिखर गई। अपनी नन्हीं बेटी को लेकर हर माता-पिता की तरह ही इनके भी कुछ खास ख्वाब थे। पापा बोनी को लगता था कि बेटी जो चाहे वो करे, वह हर कदम पर उसके साथ रहेंगे लेकिन श्रीदेवी नहीं चाहती थीं कि बेटी फिल्म इंडस्ट्री का हिस्सा बनें। जबकि जाह्नवी कपूर ने जब से दुनिया में आंख खोली तो घर में फिल्मी माहौल ही पाया। बड़े होने के साथ जाह्नवी भी एक्ट्रेस बनने का सपना पालने लगीं। जाह्नवी कपूर के इस सपने को लेकर बोनी कपूर की तरफ से कोई आपत्ति नहीं थी लेकिन मम्मी श्रीदेवी जो खुद इस चमक दमक भरी दुनिया का हिस्सा थीं, वो बेटी को इससे अलग डॉक्टर बनाना चाहती थीं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक श्रीदेवी हमेशा से चाहती थीं कि बेटी खूब मन लगाकर पढ़ाई लिखाई करे और डॉक्टर बन जाए।
आपको बता दें जाह्नवी कपूर की नेटवर्थ 8 मिलियन डॉलर यानी 58 करोड़ रुपए है। जाह्नवी हर फिल्म के 5 करोड़ रुपए चार्ज करती हैं। जाह्ववी कपूर ने पिछले दिनों ही जुहू में नया घर खरीदा है जिसकी कीमत 39 करोड़ रुपये बताई जा रही है। वह कई समाजसेवी ऑर्गनाइजेशन्स को सपोर्ट करती हैं। वहीं जाह्नवी के वर्कफ्रंट की बात करें तो वह जल्द ही आनंद एल राय की फिल्म ‘गुड लक जैरी में नजर आएंगी। यह फिल्म साल 2018 की तमिल फिल्म कोलामावू कोकिला की हिंदी रीमेक होने वाली है। इसके अलावा जाह्नवी तख्त, मिली और दोस्ताना 2 में भी नजर आएंगी।