अपनी मां को याद करते हुए सरोज की छोटी बेटी सुकैना ने एक इंटरव्यू में कहा कि उनकी मां उनके लिए हीरो थीं। मेरी जिंदगी पर उनका काफी प्रीााव है। वो मेरे लिए माता और पिता दोनों का रोल निभाती थीं। हालांकि वो मुझसे रुखे तरीके से नहीं बात करती थीं, लेकिन परफेक्शन की उम्मीद करती थीं। सुकैना ने यह भी कहा, मेरी मां फाइटर थीं। हमें बेहतरीन जिंदगी देने के लिए सब कुछ किया। उन्होंने कभी कोई शिकायत नहीं की और घर के मर्द की तरह हर जिम्मेदारी उठाई।”मैं सबसे छोटी थी इसलिए उनका प्यार मुझे सबसे ज्यादा मिला है।
उन्होंने अपनी मां के हौंसले और जज्बे को सलाम करते हुए आगे कहा, ‘हर महिला इस बात से इत्तेफाक रखेगी कि बच्चों को अकेले बड़ा करना कितनी बड़ी चुनौती है। वहीं अगर घर के बाकी सदस्य भी आप पर निर्भर हों तो मुश्किलें और बढ़ जाती हैं। मगर मां के चेहरे पर एक शिकन तक नहीं आती थी। वह कहती थीं, मैं हूं ना। हो जाएगा। उनकी यही बातें हम सबको जिंदगी में कुछ अलग करने की प्रेरणा देता है।
मालूम हो कि सरोज खान को 17 मई को सांस में तकलीफ के बाद मुंबई के गुरू नानक अस्पताल में भर्ती किया गया था। उनकी सेहत में सुधार भी हो रहा था लेकिन फिर डायबिटीज का स्तर काफी बढ़ गया। जिसके चलते उन्हें बचाना संभव नहीं हो सका। गुरुवार देर रात करीब 1 बजे के करीब उन्हें दिल का दौरा पड़ा। जिसके चलते उनकी मौत हो गई।