संजय मिश्रा की कहानी ऐसे ही ढाबे से शुरू हुई थी। जी हां, संजय मिश्रा उन बेहतरीन कलाकारों में से एक हैं जिनकी एक्टिंग का हर कोई दीवाना है। लेकिन एक वक्त उनकी जिंदगी में ऐसा आया था कि जब उन्होनें 140 फिल्मों को करने के बाद बीमारी के चलते उन्होंने बिस्तर पकड़ लिया था। उस दौरान उनके पिता ने उनकी खूब देखभाल की। संजय जैसे ही ठीक हुए तभी उनके पिता गुज़र गए। इस घटना ने उन्हें अंदर से तोड़ दिया। वो मानसिक तौर पर समझ ही नहीं पा रहे थे कि आखिर उन्हें करना क्या है। मुंबई जाना था लेकिन वो हरिद्वार चले गए। यही नहीं उन्होंने एक ढाबे पर काम करना शुरू किया।
ढाबे के मालिक को बिल्कुल नहीं पता था कि संजय बॉलीवुड के स्टार है लेकिन ढाबे पर आने वाला हर शख्स उन्हें पहचान लेता और उनके संग सेल्फी लेकर जाता है। तभी रोहित शेट्टी ( Rohit Shetty ) की फिल्म ‘ऑल द बेस्ट’ ( All the best ) की घोषणा हुईं। रोहित अपनी फिल्म के लिए एक फनी करेक्टर को ढूंढ रहे थे। तभी उन्हें संजय मिश्रा का ख्याल आया। रोहित संजय मिश्रा की खोज में लग गए। उन्होंने काफी प्रयासों के बाद संजय को ढूंढा और उन्हें अपनी फिल्म में कास्ट किया।
अगर रोहित शेट्टी संजय मिश्रा को नहीं ढूंढते तो शायद बॉलीवुड का एक और बेहतरीन कलाकार गुमनामी के पर्दों में गुम हो जाता है। बता दें कि रोहित शेट्टी ( Rohit Shetty ) की फिल्म ऑल द बेस्ट ( All the best ) की कॉमेडी दर्शकों को काफी पसंद आई थी। वहीं संजय मिश्रा का डायलॉग ‘धोंडू जस्ट चिल’ ( Dhondu Just Chill ) आज भी दर्शकों का फेवरेट है।
बता दें संजय मिश्रा ने कॉमेडी फिल्म ‘गोलमाल’ ( Golmaal ) के सभी पार्ट में काम किया है। किक ( Kick ), ऑल द बेस्ट ( All the best ), कड़वी हवा ( Kadvi Hawa ), आंखो देखी ( Ankhon Dekhi ), और धमाल ( Dhamaal ) जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम किया है। इन सभी फिल्मों में संजय एक अलग ही किरदार में नज़र आए। संजय अपनी कॉमिक टाइमिंग के लिए भी जाने जाते हैं। उनका देसी अदांज ही है जो उन्हें सबसे अलग बनाता है। उनकी कामयाब फिल्म 6 मार्च को सिनेमाघरों में दस्तक देगी।