दरअसल, मान्यता जन्म से मुस्लिम हैं और उनका असली नाम दिलनवाज शेख हैं। मान्यता अपना करियर बनाने के लिए दुबई से मुंबई आई थीं। यहां उन्होंने पहले कुछ छोटे मोटे रोल किए और अपना नाम सारा रख लिया। उसके बाद उन्हें प्रकाश झा ने फिल्म गंगाजल में एक आइटम नंबर दे दिया। इस गाने के बाद उन्होंने अपना नाम मान्यता रख लिया। उन्हें लगा था कि वो आइटम सॉन्ग के बाद उन्हें फिल्में मिलने लगेंगी। हालांकि मान्यता को फिर भी किसी बड़ी फिल्म से ऑफर नहीं मिलें। इसके बाद उन्होंने बी-ग्रेड फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया।
संजय से मान्यता की है दूसरी शादी
मान्यता ने पहले मिराज उर रहमान से शादी की थी। हालांकि कुछ वक्त बाद उनका तलाक हो गया था। मान्यता बॉलीवुड में बड़ी एक्ट्रेस बनना चाहती थीं हालांकि उनका ये सपना पूरा नहीं हो पा रहा था। मान्यता पर तब दुखों का पहाड़ टूट पड़ा जब उनके पिता का निधन हो गया। इस कारण मान्यता को अपने एक्टिंग करियर से हटकर पिता के बिजनेस पर भी ध्यान देना पड़ा। मान्यता की जिंदगी में संजय दत्त की एंट्री उस वक्त हुई जब उन्होंने उनकी फिल्म Lovers Like Us राइट्स 20 लाख रुपए में खरीद लिए। इसके बाद से मान्यता किसी को बिना बताए संजय से मिलने लगीं। वो उनके लिए खाना बनाकर ले जाया करती थीं। साथ ही संजय के परिवार के बारे में भी मान्यता बहुत सोचती थीं। मान्यता की इसी अदा पर संजय फिदा हो गए और उन्होंने शादी करने का फैसला किया। साल 2008 में संजय दत्त ने परिवार के नाखुश होने के बाद भी मान्यता से शादी की। उस वक्त मान्यता सिर्फ 29 साल की थीं जबकि 50 साल के थे। शादी के बाद मान्यता ने एक्टिंग करियर को पूरी तरह से अलविदा कह दिया।