‘मौत होने तक पीना चाहता था’
राकेश ओमप्रकाश मेहरा अपनी ऑटोबायोग्राफी में ‘दिल्ली 6′ को लेकर विस्तार से मन की बात लिखते हैं। उन्होंने लिखा,’ 20 फरवरी, 2009 को फिल्म ने बेहतरीन शुरूआत की। रविवार तक 40 करोड़ से ज्यादा का बिजनेस हुआ। इसके बाद सोमवार आया औक्र लोग इसे देखने नहीं आए। मुझे बॉक्स ऑफिस की हार और स्वयं के संघर्ष ने अंदर तक झकझोर दिया।’ मेहरा को जान से मारने की धमकियां मिलने लगीं। राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने किताब में कहा, ‘मैं एक अंधेरे में जा रहा था। मैं अपनी असफलता को स्वीकार करने में असमर्थ था, मैंने खुद को शराब में डुबो दिया था और मैं मेरी मौत तक पीना चाहता था।’ वे करीब 6 महीने तक शराब में डूबे रहे।
‘मैं हमेशा के लिए सोना चाहता था’
राकेश ओमप्रकाश मेहरा आगे लिखते हैं,’ मैं हमेशा के लिए सोना चाहता था। इस तरह मैं अपनी वाइफ और बेटी को दर्द दे रहा था। हमारे बीच सबकुछ अच्छा नहीं चल रहा था। जिन लोगों को मैं सबसे ज्यादा प्यार करता था, उनके प्रति असंवेदनशील हो रहा था।’ बाद में उनकी पत्नी ने मूवी के फेलियर के कारण जानने में मदद की।
जीते 2 नेशनल अवॉर्ड
गौरतलब है कि फिल्म ‘दिल्ली 6’ को समीक्षकों ने खूब सराहा था। इसके गाने भी हिट हुए थे। इसके अलावा इस फिल्म ने दो नेशनल अवॉर्ड जीते थे। एक अवॉर्ड बेस्ट प्रोडक्शन डिजाइन का और दूसरा अवॉर्ड बेस्ट फीचर फिल्म के लिए नरगिस दत्त अवॉर्ड मिला था। बता दें कि मेहरा ने ‘रंग दे बसंती’ और ‘भाग मिल्खा भाग’ जैसी सुपरहिट मूवीज का निर्देशन किया था।