‘नगीना’ रोमांस और क्राइम सस्पेंस थ्रिलर थी। इस वजह से सेंसर बोर्ड ने इसे ए सर्टिफिकेट दिया था। जब यह फिल्म रिलीज हुई थी तो नूतन भी अपनी फिल्म देखने गईं। गेट पर खड़े वॉचमैन को पता था कि ‘नगीना’ एक एडल्ट फिल्म है। इस वजह से उन्होंने 14 साल की नूतन को अंदर जाने से रोक दिया। अभिनेत्री ने वॉचमैन को समझाने की काफी कोशिश की। उन्होंने यह भी बताया कि वह इस फिल्म की हीरोइन हैं लेकिन वॉचमैन ने इसके बावजूद उन्हें अंदर नहीं जाने दिया। नूतन को बिना फिल्म देखे ही वापस लौटना पड़ा।
नूतन साल 1952 में मिस इंडिया पीजेंट भी चुनी गईं। उनको पहला बड़ा ब्रेक साल 1955 में आई फिल्म ‘सीमा’ में मिला। इस फिल्म के लिए उन्होंने पहला फिल्मफेयर पुरस्कार भी जीता। यहां से उनकी कामयाबी को एक नया आसमान मिला।