हाल ही में Etimes को दिए एक इंटरव्यू में प्रकाश मेहरा के बेटे और फिल्म प्रोड्यूसर पुनीत मेहरा ने अपने पिता से जुड़ी कई बातें शेयर की हैं। इंटरव्यू में पुनीत ने बताया कि जंजीर की स्क्रिप्ट धर्मेंद्र को बहुत पसंद आई थी। वही इसे पापा के पास लेकर आए थे। धर्मेंद्र के साथ पापा की फिल्म समाधि ने थिएटर्स में काफी अच्छा परफॉर्म किया था। इसके बाद वह चाहते थे कि जंजीर जैसी बढ़िया स्क्रिप्ट में धर्मेंद्र ही लीड एक्टर हों। हालांकि ऐसा नहीं हो सका, क्योंकि उस समय धर्मेंद्र के पास पूरे साल डेट्स ही नहीं थीं। पापा को भी ये स्क्रिप्ट बहुत पसंद आई इसीलिए उन्होंने इसकी कहानी को धर्मेंद्र से 3500 रुपए देकर खरीद ली थी। वह राजकुमार के पास स्क्रिप्ट लेकर गए लेकिन वो इसे केवल हैदराबाद में शूट करना चाहते थे इसलिए बात नहीं बनी, फिर प्रकाश मेहरा ने देव आनंद को अप्रोच किया लेकिन बात नहीं बनी।
पुनीत ने कहा कि कई हीरोज के साथ बात हुई लेकिन बात नहीं बनी, फिर एक दिन प्राण साहब ने पापा को कहा कि आप एक बार बॉम्बे टू गोवा देखिए, शायद आपको जंजीर का हीरो अमिताभ बच्चन में मिल जाए। दोनों ने साथ में फिल्म देखी और प्राण साहब ने मुझे बताया था कि एक सीन देखकर तो मेरे पिता जी खुशी से उछल पड़े थे और कहा था मिल गया।
पुनीत ने कहा कि मेरे पिता कहा करते थे कि वह अमित जी के गॉडफादर नहीं है। कई बार ऐसा होता था कि लोग उनके पास आकर ऐसी बातें कहा करते थे, लेकिन वह हमेश इस बात से इनकार करते थे। वह कहते थे कि एक टैलेंट को दूसरा टैलेंट मिल गया और जादू हो गया।
पुनीत ने ये भी बताया कि जंजीर बनाकर उनके पिता ने बहुत बड़ा रिस्क लिया था क्योंकि उनकी प्रॉपर्टी दांव पर लगी थी और मां के कहने भी गिरवी रखे गए थे।1973 में रिलीज हुई जंजीर बहुत बड़ी हिट साबित हुई थी।