Birth Anniversary: बॉलीवुड की आन कहे जाने वाले फेमस एक्टर की आज 92वीं बर्थ एनिवर्सरी है। उनकी एक्टिंग के लिए लोग दीवाने थे। उस वक़्त इस एक्टर का बहुत बड़ा नाम था। वो एक ऐसे एक्टर थे, जो दर्शकों को अपनी एक्टिंग से खूब हंसाते थे और खूब रुलाते भी थे। उनके डायलॉग सुनकर अच्छे से अच्छे अभिनेता के भी पसीने छूट जाते थे। वो जब भी फिल्म का कोई शॉट देते, किसी को पता नहीं रहता था कि वो अब क्या बोल देंगे और कैसे करेंगे। वो सब कुछ अपने तरीके और स्टाइल से करते थे। हम बात कर रहे हैं लीजेंड एक्टर महमूद की। एक्टिंग से हर किसी को धूल चटाने वाले महमूद की जिंदगी भी एक फिल्मी कहानी सी है। सबको हंसाने वाले एक्टर ने अपनी जिंदगी में बड़े-बड़े दुख देखे हैं। महमूद के बर्थडे पर बताते हैं उनसे जुड़ी कुछ अनसुनी बातें…
पिता ने मां को मारा तो महमूद ने खो दिया अपना आपा (Mehmood Birth Anniversary)
महमूद का जन्म 29 सितंबर 1932 को मुंबई में हुआ था। मशहूर एक्टर मुमताज अली और लतीफुन्निसा की दूसरी संतान महमूद थे। एक्टर पिता बेटे महमूद को अपने लिए लकी मानते थे जो भविष्य में सच भी हुआ। जो पिता अपने बेटे को खुद से ज्यादा प्यार करते थे एक समय आया उसी बेटे ने दिल तोड़ दिया। एक दिन शादीशुदा महमूद ने अपने पिता को थप्पड़ जड़ दिया। महमूद- मैन ऑफ मैनी मूड्स’ के लेखक हनीफ जावेरी ने इसकी वजह बताई है। इस किताब के मुताबिक, महमूद के पिता और एक्टर मुमताज अली बुरे दौर से गुजर रहे थे। कई ऐब पाल बैठे थे। शराब पीना और कई महिलाओं के पास जाना उनका शौक बन गया था। धीरे-धीरे शराब की लत के कारण घर के सारे सामान बेचने शुरू हो गए। बर्तन, बीवी की महंगी साड़ी से लेकर धीरे-धीरे सब कुछ बेच दिया। घर की जिम्मेदारी महमूद के कंधों पर आ गई। जो भी काम आता गया उसे लेते गए। 1953 में मीना कुमारी की बहन मधु से शादी भी कर ली। एक दिन महमूद घर पर थे। पिता नशे की हालत में आए और अपनी पत्नी लतीफुन्निसा को मारने लगे। महमूद ने बहुत रोका पर पिता ने मारना नहीं छोड़ा। अचानक ही महमूद को इतना गुस्सा आया कि उन्होंने अपने पिता को जोरदार तमाचा जड़ दिया।
महमूद पर फूटा था मां का गुस्सा
पूरे हादसे के बाद महमूद की मां ने अपने पति के अपमान का बदला बेटे से लिया और महमूद को घर से निकाल दिया। उस समय महमूद पिता बनने वाले थे। महमूद उस वक्त ड्राइवरी करने लगे। जब कोई फिल्म नहीं कर रहे होते थे उस समय अंडे बेचते थे। महमूद ने बहुत कुछ सहा। छोटे किरदार निभाए। सालों का संघर्ष उस दिन रंग लाया जब 1959 में उनकी फिल्म छोटी बहन रिलीज हुई। जो सुपरहिट रही और इनकी गाड़ी चल पड़ी। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। साल 2004 में ये हंसाने वाला कलाकार दुनिया से रुखसत हो गया।