आशुतोष ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि कई जगह गया लेकिन कोई जगह सिंघु घाटी की सभ्यता दिखाने के लिए ठीक नहीं लग रही थी। इसके बाद हमारी तलाश मध्यप्रदेश के जबलपुर के भेड़ाघाट पर आकर पूरी हुई। करीब 4 हजार साल प्राचीन सभ्यता को फिल्मी पर्दे पर दिखाने की खोज हमारी यही आकर खत्म हुई थी।
दरअसल, फिल्म के स्क्रीन पर ऋतिक को मगरमच्छों से भिड़ते देख दर्शक स्तब्ध रह गए थे, लेकिन वो असली नहीं बल्कि आर्टिफिशियल मगरमच्छ थे। लेकिन नदी में खून बहता दिखाया गया था। जिसे देखते हुए पर्यावरण प्रेमियों ने इसके केमिकल की वजह से नदी के पॉल्यूटेड होने का आरोप लगाया था।
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बता दें कि ऋतिक रोशन के अलावा इस फिल्म में कबीर बेदी, पूजा हेगड़े, अरुणोदय सिंह ने भी शानदार काम किया था। इस फिल्म का संगीत सिनेमाघर में सम्मोहन क्रिएट करने में कामयाब रहा था। फिल्म के गानों को जावेद अख्तर ने लिखा और संगीत ए आर रहमान ने दिया था।