सेंस ऑफ ह्यूमर की क्वीन थी फराह खान की मां
फराह खान ने लिखा है, “मेरी मां एक यूनीक इंसान थी, वह कभी लाइमलाइट या अपने इर्दगिर्द ज्यादा शोरशराबा नहीं चाहती थीं। अपने जिंदगी की शुरुआत में उन्होंने काफी परेशानियां भी झेलीं लेकिन वह एक ऐसी रेयर इंसान थीं जिन्हें किसी से कड़वाहट या जलन नहीं थी। जो भी उनसे मिला था वह समझ जाता था कि हमें सेंस ऑफ ह्यूमर कहां से मिला है। वह मुझसे और साजिद से कहीं ज्यादा हंसी-मजाक करने वाली थीं।”फराह खान ने सभी को किया धन्यवाद
फराह ने आगे लिखा, “मेरी मां के लिए जो प्यार और दुख लोगों द्वारा दिखाया जा रहा है, पता नहीं वह देख भी पा रही हैं या नहीं। न सिर्फ हमारे दोस्त और परिवार बल्कि कई साथ काम करने वाले और लोग जो हमारे घर काम कर चुके हैं आए और बताया कि कैसे मां ने उनको पैसे वगैरह देकर मदद की थी…कभी वापस पाने की उम्मीद नहीं की। आप सभी का शुक्रिया जो दुख के वक्त में हमारे घर आए। जिन सबने मैसेज किया और अभी भी मैसेज कर रहे हैं। उनसे नानावटी हॉस्पिटल के सारे नर्स और डॉक्टर जिन्होंने पूरी कोशिश की। और चंडीगढ़ पीजीआई से हमारे कंसल्टिंग डॉक्टर। हम सभी आभारी हैं कि उनके साथ कुछ और दिन दिए।” यह भी पढ़ें