चार्जशीट के मुताबिक, NCB के सामने अपने एक बयान में आर्यन खान ने यह माना था कि उन्होंने 2018 में अमेरिका में गांजा पीना शुरू किया था। जब वे वहां से ग्रेजुएशन कर रहे थे। एक दूसरे बयान में आर्यन ने NCB को बताया कि ग्रेजुएशन के टाइम उन्हें नींद की कुछ बीमारी थी और इस बारे में उन्होंने इंटरनेट पर पढ़ा था कि गांजे का सेवन इस संबंध में मदद कर सकता है।
अन्य बयान में आर्यन खान ने माना कि उनके मोबाइल फोन में मिली आपत्तिजनक वॉट्सऐप ड्रग चैट उन्होंने ही भेजी थी। आर्यन ने एजेंसी को यह भी बताया कि वे मुंबई के बांद्रा में एक ड्रग डीलर को जानते भी हैं, लेकिन वे उसका नाम और एड्रेस नहीं जानते, क्योंकि डीलर को उनका दोस्त अचित जानता है, जो इस मामले में सह-आरोपी है।
अरबाज ने छह अक्टूबर, 2021 के अपने किसी बयान में यह दावा नहीं किया था कि उसके पास से बरामद चरस आर्यन के सेवन के लिए थी। अरबाज के जूते से 6 ग्राम चरस बरामद हुई थी जिसके बारे में उसने बयान दिया था कि खुद के इस्तेमाल के लिए चरस अपने पास रखी थी। आर्यन को एनसीबी ने इसीलिए क्लीन चिट दी क्योंकि उसके पास से न तो ड्रग्स बरामद हुआ था और न ही यह साबित करने के लिए कोई ठोस सुबूत था कि आर्यन ने ड्रग्स को लेकर कोई साजिश रची थी।