एक इंटरव्यू में अक्षय कुमार ने खुद ने खुलासा किया था कि वो इस रोल को करना चाहते थे उस वक्त वो स्ट्रगलर थे लेकिन शायद उनका ऑडिशन ठीक नहीं था इसलिए वो रिजेक्ट हो गए।
अक्षय कुमार ने बताया, “ मैंने अपना स्क्रीन टेस्ट दिया दीपक तिजोरी के रोल के लिए और उन्हें मैं पसंद नहीं आया जाहिर तौर पर मैं बकवास था, इसलिए उन्होंने मुझे हटा दिया।”
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अक्षय कुमार ने बताया, “ मैंने अपना स्क्रीन टेस्ट दिया दीपक तिजोरी के रोल के लिए और उन्हें मैं पसंद नहीं आया जाहिर तौर पर मैं बकवास था, इसलिए उन्होंने मुझे हटा दिया।”
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उस समय अक्षय कुमार इंडस्ट्री में नए थे। उन्होंने 1991 में फिल्म सौगंध से बॉलीवुड में डेब्यू किया था, जिसमें उन्होंने लीड रोल किया था। ऑडिशन के बाद यह रोल मिलिंद सोमन को मिला। उन्हें लेकर 75 प्रतिशत फिल्म की शूटिंग भी हुई, लेकिन बाद में उन्हें हटाकर दीपक तिजोरी को शेखर मल्होत्रा के रोल के लिए लिया गया।
इसपर निर्देशक मंसूर खान ने सफाई भी थी। उन्होंने कहा था कि मैंने अक्षय कुमार को बकवास नहीं कहा, बल्कि स्क्रीन टेस्ट के दौरान उन्हें लकड़ी जैसा पाया, भले ही उनके पास एक बढ़िया बॉडी है, लेकिन व रोल के लिए फिट नहीं लगे।
इसपर निर्देशक मंसूर खान ने सफाई भी थी। उन्होंने कहा था कि मैंने अक्षय कुमार को बकवास नहीं कहा, बल्कि स्क्रीन टेस्ट के दौरान उन्हें लकड़ी जैसा पाया, भले ही उनके पास एक बढ़िया बॉडी है, लेकिन व रोल के लिए फिट नहीं लगे।