डाक्टर्स के मुताबिक खतरे की कोई बात नहीं, और वे अभी बिल्कुल नॉर्मल हैं। ट्वीट में आगे लिखा है कि दिलीप साहब की तबियत अब बेहतर है और आप अपनी दुआओं में उन्हें याद रखिए। दिलीप कुमार के पारिवारिक मित्र, फैसल फारूकी, ने यह जानकारी देने के लिए ट्विटर हैंडल का इस्तेमाल किया। आपको बता दें कि दिलीप कुमार की उम्र 94 वर्ष है।
इससे पहले अगस्त में किडनी से जुड़ी तकलीफ होने के कारण दिलीप कुमार को आठ दिन तक मुंबई के लीलावती अस्पताल में रहना पड़ा था। ज्यादा तबीयत बिगड़ने के चलते पहले उन्हें कई दिन तक आईसीयू में रखा गया था। कुछ टाइम डाक्टर्स की निगरानी में रहने के बाद उन्हें हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया था।
दिलीप कुमार उर्फ़ मोहम्मद युसुफ़ ख़ान भारतीय हिन्दी सिनेमा के प्रसिद्ध अभिनेता है। दिलीप कुमार को अपने दौर का बेहतरीन अभिनेता माना जाता है, त्रासद भूमिकाओं के लिए मशहूर होने के कारण उन्हे ‘ट्रेजडी किंग’ भी कहा जाता था। दिलीप कुमार को भारतीय फिल्मों में यादगार अभिनय करने के लिए फ़िल्मों का सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार के अलावा पद्म भूषण, पद्म विभूषण और पाकिस्तान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘निशान-ए-इम्तियाज़’ से से भी सम्मानित किया जा चुका है। इसके अलावा वहवर्ष 2000 से वे राज्य सभा के सदस्य है।
दिलीप कुमार का जन्म 11 दिसम्बर, 1922 को वर्तमान पाकिस्तान के पेशावर शहर में हुआ था। उनके बचपन का नाम ‘मोहम्मद युसूफ़ ख़ान था। उनके पिता का नाम लाला ग़ुलाम सरवर था जो फल बेचकर अपने परिवार का ख़र्च चलाते थे। विभाजन के दौरान उनका परिवार मुंबई आकर बस गया। उनका शुरुआती जीवन तंगहाली में ही गुजरा। पिता के व्यापार में घाटा होने के कारण वह पुणे की एक कैंटीन में काम करने लगे थे। यहीं देविका रानी की पहली नज़र उन पर पड़ी और उन्होंने दिलीप कुमार को अभिनेता बना दिया। देविका रानी ने ही ‘युसूफ़ ख़ान’ की जगह उनका नया नाम ‘दिलीप कुमार’ रखा। पच्चीस वर्ष की उम्र में दिलीप कुमार देश के नंबर वन अभिनेता के रूप में स्थापित हो गए थे।