गौरी को इम्प्रेस करना शाहरुख के लिए था मुश्किल
शाहरुख ने गौरी से साल 1991 में 25 अक्टूबर को शादी (Shah Rukh Gauri Wedding) की थी। गौरी हिंदू परिवार से थी और शाहरुख मुस्लिम फैमिली से ताल्लुक रखते थे। ऐसे में दोनों ही परिवारों को मनाना बेहद मुश्किल था। खासतौर से गौरी के पैरेंट्स को राजी करना शाहरुख के लिए टेड़ी खीर थी। लेकिन उससे भी कठिन था शाहरुख के लिए गौरी इम्प्रेस करना। शाहरुख ने एक बार बताया था कि गौरी से उनकी पहली मुलाकात कैसे हुई थी। यहां तक कि उन्हें गौरी को उनका भाई भी कहना पड़ा था।
पहली नजर में हुआ था गौरी से प्यार
दरअसल, शाहरुख और गौरी की मुलाकात एक कॉमन फ्रेंड की पार्टी के दौरान हुई थी। उस वक्त शाहरुख की उम्र मात्र 18 साल थी और गौरी की 14 साल। पहली मुलाकात में गौरी को देखते हुए शाहरुख उन्हें अपना दिल दे बैठे थे। पार्टी में शाहरुख ने गौरी से डांस करने के लिए पूछा। हालांकि उन्होंने ये बताकर मना कर दिया था कि उनका बॉयफ्रेंड है और वो उसका इंतजार कर रही हैं। ये सुनकर शाहरुख थोड़ा निराश हो गए थे। लेकिन उन्होंने हिम्म्त नहीं हारी।
गौरी को शाहरुख ने कुछ ऐसे किया था इम्प्रेस
शाहरुख ने पार्टी में पता किया कि आखिर गौरी का बॉयफ्रेंड कौन है? इस दौरान उन्हें पता चला कि गौरी अपने भाई का वेट कर रही हैं और उन्होंने झूठ बोला है। उसी वक्त शाहरुख ने तय कर लिया था कि गौरी को अपना बनाकर रहेंगे। अपने किसी दोस्त की मदद से शाहरुख ने गौरी का नंबर निकाल लिया और उन्हें फोन करने लगे। गौरी ने जब पहली बार शाहरुख का फोन उठाया था और पूछा था कौन बोल रहा है? तो किंग खान ने जवाब दिया था कि आपका भाई समझ लीजिए। गौरी उसी वक्त जान गई थीं कि वो शाहरुख ही हैं। यही से दोनों की लव स्टोरी की शुरुआत हुई थी।