इन चक्करों में आपकी भावना को बहुत भीतर तक कस्ट हो सकता है। इन सब से अडिकशन जैसे लक्षण बहुत आम है। सोशल साइट्स लोगों को सामाजिक तौर पर जोड़ती हैं, इससे आप दूर रहकर अपने करीबी लोगों और दोस्तों से जुडते हैं। इस पर नये रिश्ते बनते हैं और रिश्ते टूटते भी है। यदि आप किसी के राजनीतिक या आम राय से सहमति नहीं रखते है यह आपको उनसे नफरत करने के लिए भी प्रेरित करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि जब सोशल मीडिया और सोशल लाइफ आपस में टकराते हैं तो इससे नुकसान केवल सोशल लाइफ को ही होता है और इसका असर आपकी संबंधों पर पड़ता है।