सलाह: झाड़-फूंक से रहें दूर ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी पीलिया की बीमारी से निजात पाने झाड़-फूंक का सहारा लिया जा रहा है। इससे सही समय पर इलाज न मिलने से मरीजों की स्थिति और बिगड़ जाती है, जो जानलेवा साबित होती है। लिहाजा डॉक्टर लोगों को झाड़-फूंक से दूर रहने सलाह दे रहे हैं।
यह भी पढ़ें : राजनीतिक सफर… कभी लगता था डर, अब संभाल रहे प्रदेश की कमान, जानिए भूपेश बघेल की अनसुनी बातें इस बार बारिश के मौसम में सबसे पहले शहर व आसपास क्षेत्रों में डायरिया फैला, फिर आई फ्लू और फिर डेंगू-मलेरिया। डेंगू के मरीज अभी भी अस्पतालों में पहुंच रहे हैं कि अब पीलिया व टाइफाइड के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। शहर के राजकिशोर नगर, चांटीडीह, दयालबंद, रेलवे परिक्षेत्र, मंगला, लाल खदान सहित अन्य इलाकों में तो इसके ज्यादा मरीज मिल ही रहे हैं। सकरी, घुटकू, रतनपुर, बैमा-नगोई, सैदा समेत शहर से लगे अन्य ग्रामीण क्षेत्रों से भी इसके मरीज हर रोज अस्पतालों में इलाज के लिए पहुंच रहे हैं।
यह भी पढ़ें : मुख्यमंत्री बघेल बोले चिटफंट का पैसा लौटाने वाला देश का एकमात्र राज्य हैं छत्तीसगढ़, नक्सल वारदात में भी आई कमी जिला अस्पताल के डॉ. के मुताबिक पीलिया की वजह भी दूषित पानी व भोजन है। यह लिवर की बीमारी है। इसमें मरीज की त्वचा से लेकर आंखें, नाखून, यूरिन का रंग पीला हो जाता है। इसी तरह टाइफाइड साल्मोनेलाटाइफी नामक बैक्टीरिया के कारण होता है। इस बैक्टीरिया के फैलने की भी वजह मुख्य रूप से दूषित पानी व दूषित भोजन ही है।
यह भी पढ़ें : एक तारीख एक घंटा श्रमदान’: स्वच्छता ही सेवा के तहत चलाया अभियान, डीडीजी प्रदीप सिंह ने की ये अपील घर व आसपास की सफाई करते रहें शुद्ध पेय जल ही पीएं। इन दिनों पानी उबाल व छान कर पीएं।
ताजा, हल्का व सात्विक भोजन करें। पीलिया, टाइफाइड बीमारी की मुख्य वजह दूषित पानी व भोजन है। अत: हमें शारीरिक, घर व आसपास की स्वच्छता पर ध्यान देने के साथ ही शुद्ध पेयजल व ताजा सात्विक भोजन करना होगा। जिले भर के अस्पतालों को अलर्ट किया गया है कि मरीजों के इलाज के साथ ही उन्हें व उनके परिजनों को इन बीमारियों से बचने परामर्श भी दें।
डॉ.राजेश शुक्ला, सीएमएचओ बढ़ी गन्ना रस और त्रिफला की डिमांड… आयुर्वेद चिकित्सकों के मुताबिक पीलिया के चलते लिवर प्रभावित होने लगता है, लिहाजा इसमें गन्ना रस पीना व त्रिफला टेबलेट या पाउडर खाना लाभदायी है। यही वजह है कि इन दिनों फलों के जूस के साथ ही गन्ना रस व आयुर्वेद मेडिकल स्टोर्स में त्रिफला की पूछपरख बढ़ गई है।
पीलिया-टाइफाइड के लक्षण पीलिया के लक्षणों में बुखार, कमजोरी, भूख न लगना, वजन कम होना, उल्टी, पेट दर्द, कब्ज, सिर दर्द खुजली प्रमुख हैं। इसी तरह टाइफाइड के लक्षणों में उल्टी-दस्त, तेज बुखार जैसे लक्षण शामिल हैं।