छात्राओें ने बताया कि शिक्षक की करतूत उन्होंने स्कूल की शिक्षिका को भी बताया था। गंभीर विषय होने के बाद भी शिक्षिका ने मामले की गंभीरता को नहीं समझा और कोई विशेष कार्रवाई नहीं हुई। स्कूल स्तर पर कार्रवाई न होता देख बच्चियों ने अपने माता पिता को घटना की जानकारी दी। परिजनों ने स्कूल पहुंच कर प्रधान पाठक से मामले की शिकायत की। मामला बीईओ के पास पहुंचा तो बीईओ ने डीईओ के निर्देश पर तीन संदस्यीय टीम का गठन कर मामले की जांच की है। जांच रिपोर्ट डीईओ को मिलने के बाद आगे की कार्रवाई करने का जिला शिक्षा अधिकारी हवाला दे रहे हैं।
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जनप्रतिनिधियों ने की बीईओ से शिकायत क्षेत्र के जन प्रतिनिधियों का कहना है कि जब बच्चियों के माता-पिता से घटना का पता चला तो उन्होंने ब्लॉक शिक्षा अधिकारी से मामले की शिकायत की थी। शिकायत के बाद ही 3 सदस्यीय का गठन किया गया है। जनप्रतिनिधियों का कहना है कि मामले की निष्पक्ष जांच के बाद उचित कार्रवाई होनी चाहिए। 3 सदस्यीय टीम की जांच के बाद भय का माहौल स्कूली छात्राओं के साथ छेड़छाड़ व बैड टच का मामला सामने आने के बाद आरोपी शिक्षक के पक्ष में कुछ लोग स्कूल में प्रवेश प्रधान पाठक व शिक्षिका को लगातार धमका रहे हैं। स्कूल के शिक्षक के पक्ष में बयान देने को कहा जा रहा है। इन घटनाओं के बाद से प्रधान पाठक व शिक्षिका के अलावा स्कूल में छात्राएं भी सहमी हुई हैं।
शिक्षिका व प्रधान पाठक ने की दूसरे स्कूल में ट्रांसफर व सुरक्षा की मांग शिक्षक के खिलाफ बैड टच की शिकायत के बाद स्कूल की शिक्षिका ने जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिख कर सुरक्षा की मांग की है। शिक्षिका ने दिए आवेदन में कहना है कि कुछ लोग स्कूल में आकर उसे व प्रधान पाठक को धमका रहे हैं। स्कूल में उन्हें खतरा बना हुआ है इसकी वजह से उन्हें अन्य स्कूल या फिर कार्यालय में संलग्न करने की मांग की है।
मीडिल स्कूल की छात्राओं के साथ बैड टच वाली शिकायत प्राप्त हुई है। मामले में जांच रिपोर्ट आने के बाद जांच प्रतिवेदन लेकर संयुक्त संचालक के समक्ष पेश किया जाएगा। स्कूल में पदस्थ दोषी शिक्षक के अलावा मामले को गंभीरता से न लेने पर अन्य पर भी कार्रवाई की जाएगी। टीआर साहू, जिला शिक्षा अधिकारी बिलासपुर