ज्योतिष एवं वास्तुविद जानकीशरण मिश्र ने बताया कि श्रावण मास में 5 सोमवार का आना और पहले दिन व अंतिम दिन सोमवार होना शुभ संकेत है। यही नहीं श्रावण कृष्ण पक्ष का प्रारंभ सोमवार से और श्रावण शुक्ल पक्ष का प्रारंभ भी सोमवार से ही होगा। आखरी सोमवार को पूर्णिमा तिथि के साथ रक्षाबंधन पर्व का संयोग भी रहेगा। श्रावण माह में पांच सोमवार होने से आमजन के लिए धन-धान्य सुख-समृद्धि कारक है। शहर के प्रमुख शिवालय अचलेश्वर मंदिर के पुनर्निर्माण का कार्य भी तेजी से जारी है, इसे भी श्रावण मास शुरू होने से पूर्व पूरा कर लिया जाएगा। साथ ही 42 लाख रुपए की लागत की तैयार की जा रही चांदी की जलहरी को यहां 15 जुलाई तक लगा दिया जाएगा।
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Sawan Somwar 2024: तिथियों पर एक नजर
सोमवार – तिथि – तारीखपहला – एकम – 22 जुलाई
दूसरा – नवमी – 29 जुलाई
तीसरा – एकम – 05 अगस्त
चौथा – सप्तमी – 12 अगस्त
पांचवा – पूर्णिमा – 19 अगस्त
Sawan Maas 2024: सावन में मंगला गौरी व्रत
सावन का पहला मंगला गौरी व्रत- 23 जुलाई, 2024सावन का दूसरा मंगला गौरी व्रत- 30 जुलाई, 2024
सावन का तीसरा मंगला गौरी व्रत- 6 अगस्त, 2024
सावन का चौथा मंगला गौरी व्रत- 13 अगस्त, 2024
ये शुभ संयोग
इस बार सावन मास बहुत खास रहने वाला है। श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा से मूल रूप से श्रावण की शुरुआत मानी जाती है। हालांकि शास्त्रीय मान्यता में आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा से ही श्रवण का आरंभ हो जाता है, किंतु पक्ष काल की गणना से देखें तो 22 जुलाई को सोमवार के दिन श्रवण नक्षत्र में प्रीति योग के संयोग में मकर राशि के चंद्रमा की साक्षी में श्रावण मास का आरंभ होगा। इस माह में अमृत सिद्धि, सर्वार्थ सिद्धि और रवि पुष्य का भी संयोग बन रहा है। इस बार श्रावण मास में चार नहीं पांच सोमवार होंगे। यही नहीं इसकी शुरुआत सोमवार तो समाप्ति भी सोमवार को होगी। इस बीच कई शुभ संयोगों में भगवान शिव की आराधना होगी।