READ MORE : प्यार में असफल युवक ने उठाया खौफनाक कदम, 4 घंटे बाद पहुंची पुलिस इन रूम्स में प्रतिदिन व रात करीब ढाई से तीन सौ यात्री रुकते हैं। नियमानुसार इन रूम्स में ठहरने के लिए यात्रियों को अपनी टिकट व आधार कार्ड की फोटोकॉपी जमा करना होता है। लेकिन रात के समय यात्रियों को फोटोकॉपी न होने के कारण रूम की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाती। रात में गीतांजलि एक्सप्रेस या सारनाथ आदि ट्रेनों से आने वाले यात्रियों को इस कारण से रेलवे की डारमेट्री व रिटायरिंग रूम की सुविधा नहीं मिल पाती।यात्री ने की शिकायत:-अनिल कुशवाहा नाम के यात्री ने 8 दिसंबर की रात रेलवे में शिकायत की कि वह जबलपुर से अमरकंटक एक्सप्रेस से बिलासपुर आया। उसे स्टेशन पर बने डारमेंट्री में रुकना था। इसके लिए वह स्टेशन स्थित पूछताछ केंद्र में डारमेंट्री बुक कराने के लिए गया, जहां बैठे कर्मचारी ने डारमेंट्री अलार्ट करने के लिए अनिल से आधार कार्ड की फोटोकॉपी मांगी, लेकिन आधाी रात को स्टेशन सहित आसपास कहीं पर भी फोटो कापी की कोई
व्यवस्था नहीं है।
व्यवस्था नहीं है।
READ MORE : समझौता नहीं किया तो उबलता पानी डालकर महिला को जलाया और कम ही लोग अपने साथ आईकार्ड की फोटोकॉपी लेकर चलते हैं। एेसे में रेलवे को दस्तावेजों की फोटोकॉपी जमा करने के लिए समुचित व्यवस्था करें। मोबाइल से भी स्केन की व्यवस्था हो:-वैसे तो निजी होटल व लॉज में भी ठहरने के लिए मुशफिरों को अपने परिचय पत्र की फोटोकॉपी जमा करना होता है, इसके लिए होटल या लॉज प्रबंधक अपने काउंटर पर ही स्केनर मशीन लगाए हुए हैं, जो कि तुरंत फोटो कॉपी कर यात्री को उसका आईकार्ड वापिस कर देते हैं। रेलवे में स्केनर व फोटोकॉपी मशीन की कोई व्यवस्था नहीं है। जानकारों की मानें तो रेलवे भी अपने यहां मुसाफिरों के दस्तावेजों को मोबाइल द्वारा स्केन करने की व्यवस्था कर सकता है, जिसमें ज्यादा खर्च भी नहीं होना है।