गांधी चौक समीप स्थित चार मंजिला विशाल इलेक्ट्रिकल्स दुकान में उस वक्त हडक़ंप मच गया, जब डोंगापारा जूना बिलासपुर निवासी 15 वर्षीय बालक की लिफ्ट में फंसने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि बुधवार सुबह जूना बिलासपुर जनकबाई घाट निवासी सुमित पिता बल्लू केवट प्रथम तल से इलेक्ट्रिक सामान लेकर चौथे माले में ओपन लिफ्ट (CG lift accident) से जा रहा था। तीसरी मंजिल में जब लिफ्ट पहुंची, तभी उसका सिर लिफ्ट व दीवार के बीच में फंस गया। दीवार से उसका सिर रगड़ाते हुए चौथी मंजिल तक पहुंचा।
लिफ्ट से नीचे जब खून टपका, तब दुकान के स्टाफ व संचालक भरत हरियानी को उस पर नजर पड़ी, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। इधर सिटी कोतवाली पुलिस को घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची और मर्ग कायम करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए सिम्स भिजवाया।
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इस घटना को लेकर पुलिस ने फिलहाल मर्ग कायम कर शव को पोस्ट्रमार्टम के लिए भेजा है। जांच शुरू करते हुए दुकान संचालक को नोटिस देकर जवाब मांगा है कि चार मंजिला दुकान के लिए क्या नगर निगम से परमिशन लिया गया था? क्या लिफ्ट के लिए जरूरी सुरक्षा मानकों का पालन किया गया है? इसके अलावा बिजली विभाग के अधिकारियों को पत्र लिख कर लिफ्ट की जांच कर रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है।
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दुकान संचालक भरत हरियानी का कहना है कि सुमित उसकी दुकान में काम नहीं करता था। उसकी मां 15 साल से उसके घर में काम कर रही है। काम के दौरान वह छोटू को दुकान में छोड़ कर चली जाती थी। वह लिफ्ट (CG lift accident) में कैसे चढ़ा, उन्हें पता नहीं। इधर मृतक के चाचा शिवा कुमार ने बताया कि सुमित गलत संगत में पड़ कर बिगड़ गया था। उसे रास्ते में लाने के लिए मां उसे अपने साथ काम पर ले जाती थी। मां दुकान संचालक के घर में काम करती थी, तो बेटा दुकान में। इस तरह यह सिद्ध हो गया कि नाबालिग दुकान में काम करता था।