इसकी रिपोर्ट जीआरपी थाना बिलासपुर में दर्ज की गई। आरपीएफ और जीआरपी टीम ने रेलवे सुरक्षा बल के प्रभारी निरीक्षक कर्मपाल सिंह गुर्जर, रेसुब पोस्ट के प्रभारी निरीक्षक राजेश वर्मा और जीआरपी थाना प्रभारी भोलानाथ मिश्रा के नेतृत्व में विभिन्न लोकल और पैसेंजर ट्रेनों में गुप्त निगरानी शुरू की। पीड़ित महिला ने आरोपियों के हुलिए के बारे में जानकारी दी थी, जिसके आधार पर टीम ने रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज की जांच की और संदिग्ध यात्रियों की निगरानी शुरू की।
इस दौरान, जीआरपी और आरपीएफ की संयुक्त टीम ने बुधवार सुबह 6.15 बजे
बिलासपुर रेलवे स्टेशन प्लेटफॉर्म नंगर 1 पर 3 संदिग्ध युवकों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे ट्रेनों में घूमकर यात्रियों के सामान की चोरी करते हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि एक-डेढ़ महीने पहले टिटलागढ़ लोकल ट्रेन में नैला स्टेशन के पास एक महिला के बैग से सोने के जेवरात चोरी किए थे, जिसमें एक सोने का हार, इयर रिंग और पायजेब शामिल था। पुलिस ने उनसे सोने का हार, इयर रिंग और चांदी की पायजेब जब्त कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।
ट्रेन में महिला यात्रियों को बातों में उलझाते थे
पूछताछ में आरोपियों का आपराधिक इतिहास भी सामने आया है। वे पूर्व में कई बार विभिन्न राज्यों में यात्री सामान चोरी के आरोप में गिरफ्तार हो चुके हैं। आरोपी लोकल और पैसेंजर ट्रेनों में महिला यात्रियों को अपना शिकार बनाते थे। वे महिलाओं के पास बैठकर उनसे बात करने लगते, जबकि उनके साथी एक आरोपी बैग को अखबार से ढक कर खोलता और तीसरा आरोपी स्क्रू ड्राइवर से बैग का लॉक खोलकर सामान चुराता।
चोरी किए गए सामान को वे तुरंत अपने बैग में रख लेते थे और बैग को फिर से बंद कर देते थे। इसके बाद वे अगला स्टेशन आते ही उतर जाते थे।
ये आरोपी गिरफ्तार
अमर कुमार मंडल (35 वर्ष), ग्राम पाडिया, मुंगेर, बिहार, विशाल कुमार पासवान (36 वर्ष) ग्राम कुमारपुर मुंगेर, बिहार व सदानंद कुमार मंडल (22 वर्ष) सुल्तानगंज, बिहार शामिल हैं।