बड़ी बात यह भी थी कि बस में 68 यात्री सवार थे और 47 यात्री चेकिंग के दौरान बिना टिकट मिले। इस घटना को लेकर राजस्थान रोडवेज फ्लाइंग टीम भी चौक गई। 52 सीटर बस में बैठी 68 सवारियों में से केवल 21 सवारी को टिकट देकर बस सड़क पर दौड़ाई जा रही थी। ऐसा करके बस परिचालक राजस्थान पथ परिवहन निगम को बड़ा चूना लगा रहा था, जिसे पकड़ा जा चुका है। फ्लाइंग टीम ने चेकिंग के दौरान बस परिचालक पर 47 यात्रियों का रिमार्क लगाया है।
बीकानेर से जोधपुर जाने वाली बस का मामला बीकानेर डिपो की मुख्य प्रबंधक इन्द्रा गोदारा ने बताया कि नागौर डिपो की बीकानेर से जोधपुर को जाने वाली रोडवेज बस की गुरुवार को नोखा के पास आकस्मिक चेकिंग की गई। उसमें 68 यात्री बैठे मिले। आश्चर्य वाली बात यह रही कि पूरी रोडवेज बस में सिर्फ 21 यात्री के पास टिकट मिला। बाकी 47 यात्री बिना टिकट के मिले। बस परिचालक जगदीश सिंह के खिलाफ कार्रवाई की गई और 47 सवारी का रिमार्क लगाया है।
परिचालक सारथी योजना के तहत लगा था मुख्य प्रबंधक गोदारा ने बताया कि नागौर डिपो की बस में परिचालक सारथी योजना के तहत लगा हुआ है। मामला नागौर डिपो मुख्य प्रबंधक को ध्यान में दिलाया गया है। इसके बाद नागौर डिपो के मुख्य प्रबंधक ने परिचालक जगदीश सिंह को ब्लैकलिस्टेड कर दिया। रोडवेज सूत्रों के मुताबिक इन दिनों राजस्थान रोडवेज के कई डिपो घाटे में चल रहे हैं। लगातार यात्री भार में कमी के चलते कई बसों का संचालन बंद कर दिया गया है। घाटे की वजह से बसें बंद होने से प्रदेशवासियों को परेशान होना पड़ रहा है।