एक्स-रे में होगी कमी
पीबीएम के ट्रोमा सेंटर में हर दिन 180 से 200 मरीजों के एक्स-रे किए जाते हैं। एक्स-रे में मरीजों की लंबी-लंबी कतारें लगती है, जिससे उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। बॉडी स्केनर मशीन लगने से मरीजों की लंबी कतारें बंद हो जाएगी।
पीबीएम के ट्रोमा सेंटर में हर दिन 180 से 200 मरीजों के एक्स-रे किए जाते हैं। एक्स-रे में मरीजों की लंबी-लंबी कतारें लगती है, जिससे उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। बॉडी स्केनर मशीन लगने से मरीजों की लंबी कतारें बंद हो जाएगी।
इसलिए पड़ी जरूरत
वर्तमान में ट्रोमा सेंटर में हादसे में घायल पहुंचने वाले मरीजों के हाथ, पैर, कमर, सीने, कमर सहित शरीर के अन्य हिस्सों में दर्द होने पर अलग-अलग एक्स-रे कराया जाता है। इससे मरीज को दर्द सहन करने के साथ-साथ एक्स-रे विकिरणों से होने वाले रेडिएशन का खतरा भी रहता है। अब ऑल बॉडी स्केन मशीन से एक ही बार में शरीर के सभी अंगों की स्केनिंग हो जाएगी। जिसमें कहां-कहां चोट लगी है पता चल सकेगा।
वर्तमान में ट्रोमा सेंटर में हादसे में घायल पहुंचने वाले मरीजों के हाथ, पैर, कमर, सीने, कमर सहित शरीर के अन्य हिस्सों में दर्द होने पर अलग-अलग एक्स-रे कराया जाता है। इससे मरीज को दर्द सहन करने के साथ-साथ एक्स-रे विकिरणों से होने वाले रेडिएशन का खतरा भी रहता है। अब ऑल बॉडी स्केन मशीन से एक ही बार में शरीर के सभी अंगों की स्केनिंग हो जाएगी। जिसमें कहां-कहां चोट लगी है पता चल सकेगा।
मिल सकेगा तुरंत इलाज
काफी समय से ट्रोमा सेंटर में लो-एनर्जी ऑल बॉडी स्केन मशीन की जरूरत महसूस हो रही थी। अब मशीन लगने से मरीजों को फायदा होगा। एक्सीडेंट में घायलों को तुरंत इलाज मिल सकेगा।
डॉ. बीएल खजोटिया, प्रभारी ट्रोमा सेंटर
काफी समय से ट्रोमा सेंटर में लो-एनर्जी ऑल बॉडी स्केन मशीन की जरूरत महसूस हो रही थी। अब मशीन लगने से मरीजों को फायदा होगा। एक्सीडेंट में घायलों को तुरंत इलाज मिल सकेगा।
डॉ. बीएल खजोटिया, प्रभारी ट्रोमा सेंटर
जल्द होगी चालू एक करोड़ की लागत से मशीन की खरीद कर ली गई है। दस से पन्द्रह दिन में यह मशीन स्थापित कर मरीजों के लिए चालू कर दी जाएगी।
डॉ. आरपी अग्रवाल, प्राचार्य एसपी मेडिकल कॉलेज
डॉ. आरपी अग्रवाल, प्राचार्य एसपी मेडिकल कॉलेज
पुस्तकालयाध्यक्ष ग्रेड थर्ड की जिलावार नियुक्ति के आवेदन मांगे
राज्य सरकार ने चयनित पुस्तकालयध्यक्ष ग्रेड थर्ड से जिलेवार नियुक्ति के विकल्प पत्र मांगें है। अगले माह चयनित पुस्तकालयध्यक्षों की नियुक्ति की जानी है। इनका राजस्थान अधीनस्थ एवं मंत्रालयिक सेवा चयन बोर्ड की ओर से आयोजित 2016 भर्ती में चयन किया गया था। पुस्तकालयध्यक्ष की नियुक्ति जिला शिक्ष अधिकारी की ओर से जारी की जाएगी।
राज्य सरकार ने चयनित पुस्तकालयध्यक्ष ग्रेड थर्ड से जिलेवार नियुक्ति के विकल्प पत्र मांगें है। अगले माह चयनित पुस्तकालयध्यक्षों की नियुक्ति की जानी है। इनका राजस्थान अधीनस्थ एवं मंत्रालयिक सेवा चयन बोर्ड की ओर से आयोजित 2016 भर्ती में चयन किया गया था। पुस्तकालयध्यक्ष की नियुक्ति जिला शिक्ष अधिकारी की ओर से जारी की जाएगी।
पुरस्कालयध्यक्ष से जिलेवार नियुक्ति आवेदन के आधार पर दी जाएगी। माध्यामिक शिक्षा निदेशक नथमल डिडेल की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि अभ्यार्थी निर्धारित पीडीएफ फार्मेट में ३० अक्टूबर तक विकल्प पत्र में आवेदन कर सकेंगे। आवेदन करने की निर्धारित अंतिम तिथि के पश्चात किया गया कोई आवेदन स्वीकार्य
नहीं होगा।
नहीं होगा।