राजस्थान चुनाव: 200 विधानसभा क्षेत्रों के नाम कमोबेश अंग्रेजी के स्वर-व्यंजन पर आधारित, देखें
शपथ पत्र के साथ बताई यह आपत्तियां
शपथ पत्र के साथ आरओ को दी लिखित आपत्ति के अनुसार, वाणिज्यिक भवन प्राचीना के संबंध में न्यायालय में विचाराधीन मामले में राज्यश्री कुमारी ने इसमें अपना एक चौथाई अविभाजित हिस्सा होना क्लेम कर रखा है। यह सम्पत्ति रिहायशी है। इसका व्यवसायिक उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सिद्धि कुमारी ने राजमाता सुशीला कुमारी की कथित वसीयत के आधार पर कई चल अचल सम्पत्तियां अपनी बताई है। कथित वसीयत मुम्बई में निष्पादित होना बताई है। इस संबंध में विधिक रूप से सक्षम न्यायालय द्वारा प्रोबेट लिया जाना आवश्यक है। इसके बिना उन्हें कोई साम्पतिक अधिकार प्राप्त नहीं होते। माउंट आबू की अचल सम्पत्ति के संबंध में भी न्यायालय में दावा विचाराधीन है। करणी भवन की सम्पत्ति भी वसीयत से प्राप्त होना बताया है। जबकि इसका दावा भी न्यायालय में लंबित है। इसे रिहायशी बताया है जबकि यहां होटल चल रहा है। शिकायत में बताया कि सिद्धि कुमारी ने अन्य चल सम्पत्तियां एफडीआर, शेयर्स आदि पैतृक रूप से जरिए वसीयत अपनी होना दर्शाया है। जबकि यह भी विवादित है।